Oil Tanker पर हमले के बाद ब्रिटेन-ईरान के बीच बढ़ा तनाव, राजनयिक को किया तलब
Zee News
तेल टैंकर पर हमले के बाद ब्रिटेन और ईरान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. इसी के चलते दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिक को तलब किया है.
लंदन: ब्रिटेन (Britain) और ईरान (Iran) ने अरब सागर में एक तेल टैंकर पर हाल में हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच सोमवार को एक-दूसरे के राजनयिक को तलब किया. तेल टैंकर एम वी मर्सर स्ट्रीट पर गुरुवार को ड्रोन हमले (Drone Attack) के बाद ब्रिटेन ने ईरान के राजदूत मोहसिन बहारवंद को विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय तलब किया. इस हमले में ब्रिटेन के एक नागरिक और रोमानिया के एक नागरिक की मौत हो गई. पश्चिम एशिया मामलों के मंत्री जेम्स क्लेवर्ले ने कहा, ‘ईरान को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कामों तुरंत बंद करना चाहिए, और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार मुक्त तरीके से जहाजों का परिचालन सुनिश्चित करना चाहिए.’ अमेरिका, ब्रिटेन और इजराइल ने तेल टैंकर पर हमले के लिए ईरान को दोषी ठहराया है, जबकि ईरान ने घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने रविवार को इसे कायराना हमला बताते हुए कहा कि ब्रिटेन और उसके सहयोगी देश समन्वित कार्रवाई की योजना बना रहे हैं.हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'