
MP: अनीता के नाम पर विनीता बनी सरपंच, घूंघट की आड़ में ले गई जीत का प्रमाण पत्र
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विनीता का नाम गांव की वोटर लिस्ट में नहीं था. तो विनीता के परिवार वालों ने अनिता के नाम से उसे चुनाव लड़ाया. चुनाव में अनिता को जीत हासिल हुई. घूंघट की आड़ में विनीता ने अनिता के नाम पर प्रमाण पत्र भी हासिल किया. चुनाव में हारे प्रत्याशी ने इस मामले का खुलासा कोर्ट में याचिका दायर कर किया.
मध्यप्रदेश में अजीबो-गरीब चुनावी मामला सामने आया है. बीते जुलाई महीने में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में जालसाजी करके एक महिला किसी और के नाम पर पर न केवल सरपंच पद का चुनाव जीत गई, बल्कि उसने घूंघट की आड़ में इस पद की शपथ भी ले ली. बड़ी बात यह निकली की महिला को जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया गया. अब मामले का खुलासा हुआ है. जिस पर इंदौर हाईकोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग और कलेक्टर को नोटिस जारी किया है.
जानकारी के अनुसार, राजगढ़ जिले के भीलखेड़ा ग्राम पंचायत में विनीता नाम की महिला ने अनीता बनकर सरपंच बनने का प्रमाण-पत्र हासिल कर लिया. मामला तब उजागर हुआ, जब पंचायत में सरपंच पद का चुनाव हारने वाले प्रत्याशी ने हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की.
जांच में सामने आया कि गांव की विनीता नाम की महिला ने अनीता बनकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. चुनाव जीतने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने अनीता के नाम का जीत का प्रमाण-पत्र विनीता को दे दिया. प्रमाण पत्र लेने के लिए विनीता निर्वाचन अधिकारी सामने घूंघट डालकर पहुंची थी. जिससे किसी को पता ही नहीं चला कि महिला विनीता है या अनीता.
कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई हुई और कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग और कलेक्टर को नोटिस जारी कर इस संबंध में जवाब मांगा है. अब इस मामले की आगे की सुनवाई 13 सितंबर को होनी है.
राजस्थान में रहती है अनीता
जिस अनीता नाम की महिला के नाम पर चुनाव लड़ा गया, वह राजस्थान में रहती है. सामने आया कि अनीता पिछले 15 साल से राजस्थान में है और उसे इस मामले को लेकर कोई जानकारी ही नहीं है.

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