
Monsoon Highlights: लगातार बारिश से भारी तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त, जानिए क्या है देशभर का हाल
AajTak
कई इलाकों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गुजरात में बारिश के चलते पिछले 24 घंटे में 14 लोगों की मौत हो गई है.
देश के कई इलाकों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गुजरात, महाराष्ट्र में बारिश से हालात बिगड़े हुए देखे जा रहे हैं. दोनों राज्यों के कई जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
गुजरात के जूनागढ़ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. यहां जिला प्रशासन ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए तैयारी शुरू की है. जूनागढ जिले के सभी स्कूलों में दो दिन की छुट्टी कर दी गई है. इसके अलावा, सभी कोज-वे, बांध, चेकडैम पर पुलिस तैनात की गई है. पर्यटन स्थलों पर जाने पर पाबंदी लगाई है, ताकि कोई जन हानि ना हो. एनडीआरएफ की टीम अलर्ट मोड पर है. जरूरत पड़ने पर तुरंत मौके पर भेजे जाने की तैयारी है.
गुजरात में ओजत, साबली, हिरण सभी बांध अपनी क्षमता से 90 से 100 प्रतिशत फुल हो गए हैं. माना जा रहा है कि अब अगर भारी बारिश होती है तो हालात बिगड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. ऐसे में प्रशासन भी तैयारी के साथ अलर्ट है. लो लाइन के 20 गांवों को अलर्ट किया गया है. यहां लोगों से कहा गया है कि जरूरत ना हो तो घर से बाहर नहीं निकलें. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने आपदा विभाग एवं तहसील अधिकारियों को भी सूचना दी है.
गुजरात के इन जिलों में अलर्ट गुजरात में बारिश के चलते पिछले 24 घंटे में 14 लोगों की मौत हो गई है. अब तक 83 लोगों की जान गई है. मौसम विभाग ने नवसारी, वलसाड, गीर सोमनाथ और जूनागढ़ में हाई अलर्ट जारी किया है. लगातार 3 दिन से हो रही बारिश की वजह से नवसारी, वलसाड, सूरत, नर्मदा, छोटा उदेयपुर, अहमदाबाद, सौराष्ट्र के गिर सोमनाथ, द्वारिका, राजकोट जैसे शहरों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
487 जानवरों की जान गई गुजरात में बारिश के चलते पिछले 24 घंटे में 14 लोगों की मौत की खबर आई है. जबकि इस पूरे सीजन की बारिश में 83 लोगों की मौत हुई है. मवेशियों की बात की जाए तो 487 जानवरों की बारिश में बह जाने की वजह से मौत हुई है.
इन जिलों के स्कूलों में छुट्टी बारिश के चलते प्रशासन ने नवसारी, वलसाड, कच्छ जिले के स्कूलों में छुट्टी दी है. अब तक 30 हजार से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मौसम विभाग ने भी आने वाले 24 घंटे में नवसारी, वलसाड, सूरत, डांग, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ जिले के लिए अलर्ट जारी किया है. गुजरात में अब तक 101 कच्चे मकानों को नुकसान हुआ है. अब भी एनडीआरएफ की 18 टीम को तैनात किया गया है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.






