
MARS: 1800 KM लंबे सफेद बादल का रहस्य खुला, ISRO के मंगलयान ने की मदद
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मंगल ग्रह पर एक विचित्र लंबा सफेद बादल देखने को मिला है. ये बादल मंगल के आसमान में अक्सर देखने को मिलता है, जिसे कई वर्षों से वैज्ञानिक देख रहे हैं. लेकिन अब इसके पीछे का रहस्य खुला है. इस लंबे, सफेद बर्फ की तरह दिखने वाले इस बादल की उत्पत्ति सौर मंडल के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी के आसपास ही होती है. आइए जानते हैं इस बादल के रहस्य के बारे में, आखिर क्या है ये? क्यों बनता है ये मंगल ग्रह पर?
मंगल ग्रह पर एक विचित्र लंबा सफेद बादल देखने को मिला है. ये बादल मंगल के आसमान में अक्सर देखने को मिलता है, जिसे कई वर्षों से वैज्ञानिक देख रहे हैं. लेकिन अब इसके पीछे का रहस्य खुला है. इस रहस्य को सामने लाने में भारत के मंगलयान ने भी मदद की है. इस लंबे, सफेद बर्फ की तरह दिखने वाले इस बादल की उत्पत्ति सौर मंडल के सबसे ऊंचे ज्वालामुखी पहाड़ के आसपास ही होती है. आइए जानते हैं इस बादल के रहस्य के बारे में, आखिर क्या है ये? क्यों बनता है ये मंगल ग्रह पर? क्या वजह है इसके बनने की? (फोटोःESA/NASA) मंगल ग्रह पर सौर मंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है. इसका नाम ओलिंपिस मॉन्स (Olympus Mons) है. ये भी कहा जाता है कि यह ज्वालामुखी सौर मंडल का सबसे ऊंचा पहाड़ है. यह मंगल ग्रह के दक्षिणी हिस्से में स्थित है. हर साल इसके ऊपर से एक सफेद बादल की लंबी सी पूंछ मंगल ग्रह पर देखने को मिलती है. (फोटोःESA/NASA) ओलिंपिस मॉन्स (Olympus Mons) के ऊपर बनने वाला यह सफेद बादल हर दिन करीब 80 बार बनता और बिगड़ता है. पिछली बार जब यह पूंछ देखी गई तो इसकी लंबाई 1800 किलोमीटर थी. जबकि, इसकी चौड़ाई 150 किलोमीटर थी. इस बादल को अर्सिया मॉन्स एलॉन्गेटेड क्लाउड (Arsia Mons Elongated Cloud) कहते हैं. (फोटोःESA/NASA)
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