Maharashtra Politics: विधायक के बाद अब सांसद भी ठाकरे को ठुकराए?
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महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने मातोश्री में शिवसेना सांसदों की बैठक बुलाई. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सिर्फ 12 सांसद पहुंचे. वहीं, 7 सांसद बैठक में नहीं पहुंचे. शिवसेना के लोकसभा में कुल 19 सांसद हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों की बगावत के बाद से माना जा रहा है कि शिवसेना के कुछ सांसद भी जल्द पाला बदल सकते हैं. इस पहले भी कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे से एकनाथ गुट से सुलह करने की सिफारिश की थी.
बीजेपी की सीटें कम होने के कारणों का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, 'जिसने भी यह '400 पार' का नारा लिखा, इस नारे में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह अधूरा नारा है. '400 पार' तो है लेकिन किस लिए? उन्होंने इसे खुला छोड़ दिया. जैसे 2014 में नारा बना था, 'बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार' तो उद्देश्य साफ था कि मोदी सरकार क्यों, क्योंकि महंगाई है.'
नायडू पहली बार लगभग 30 साल पहले 1995 में सीएम बने थे और 2004 तक सत्ता में बने रहे. हालांकि इसके बाद वह दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी से हार गए. एक दशक के बाद और तेलंगाना और शेष आंध्र प्रदेश में संयुक्त राज्य के विभाजन के बाद, नायडू 2014 में नए बने राज्य के पहले सीएम के तौर पर चुने गए थे. लेकिन 2019 में वह चुनाव हार गए. अब वह पांच साल के अंतराल के बाद नायडू फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर पर एक्शन तेज, सस्पेंशन के बाद अब इन धाराओं में FIR दर्ज
मंडी से लोकसभा चुनाव जीतकर 6 जून को कंगना रनौत दिल्ली लौट रही थीं कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बवाल खड़ा हो गया. यहां सिक्योरिटी चेक के बाद CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. कंगना रनौत की शिकायत CISF ने आरोपी महिला कर्मी को सस्पेंड कर दिया और अब FIR भी दर्ज करा दी है.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 7 जून 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा है. NDA की संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी संसदीय दल के नेता चुने गए. इसके साथ ही वह राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से उथल-पुथल हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके अपने तमाम सहयोगी दलों का धन्यवाद किया. पीएम मोदी ने ये भी कहा कि मेरे जीवन का हर पल बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान के मूल्यों के प्रति समर्पित है. ये हमारा संविधान ही है, जिससे गरीब-पिछड़े परिवार में पैदा हुए मुझ जैसे व्यक्ति को भी राष्ट्र सेवा का मौका मिला.