
Maharashtra: तिलक, गोमूत्र और वराह पूजन के बाद ही गरबा में प्रवेश... 'लव जिहाद' रोकने के लिए विश्व हिंदू परिषद की सख्त चेतावनी
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नवरात्रि उत्सव से पहले विश्व हिंदू परिषद ने महाराष्ट्र में गरबा पंडालों के लिए सख्त नियम लागू किए हैं. विहिप ने कहा कि प्रवेश केवल उन्हीं को मिलेगा जिन्होंने माथे पर तिलक लगाया, रक्षा सूत्र बांधा, गोमूत्र और वराह पूजन किया होगा. साथ ही आधार देना होगा. संगठन ने चेतावनी दी कि नियमों का पालन जरूरी है और केवल हिंदू समुदाय के लोगों को ही प्रवेश की अनुमति होगी.
नवरात्रि उत्सव की शुरुआत से पहले विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने महाराष्ट्र में गरबा पंडालों के लिए नए नियम लागू करने का ऐलान किया है. संगठन ने दावा किया है कि गरबा कार्यक्रमों के दौरान लव जिहाद जैसी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसे रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है.
नागपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विहिप विदर्भ प्रांत के मंत्री प्रशांत तितरे ने कहा कि इस बार गरबा पंडालों में केवल उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा जो निर्धारित नियमों का पालन करेंगे. इनमें माथे पर तिलक लगाना, रक्षा सूत्र बांधना, गोमूत्र और वराह पूजन अनिवार्य बताया गया है. इसके अलावा आधार कार्ड की जांच के बाद ही किसी को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
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विहिप का कहना है कि गरबा उत्सव हिंदू धर्म की परंपरा से जुड़ा धार्मिक आयोजन है, इसलिए इसमें केवल हिंदू समुदाय के लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी जानी चाहिए. संगठन ने आयोजकों से अपील करते हुए कहा कि पंडालों में नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए, ताकि किसी प्रकार की अवांछित घटना न हो.
तितरे ने स्पष्ट किया कि नवरात्रि उत्सव श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, लेकिन बीते वर्षों में इसमें बाहरी हस्तक्षेप और विवादास्पद घटनाओं ने माहौल बिगाड़ा है. इस बार विहिप ने साफ चेतावनी दी है कि सभी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. विहिप के इस निर्णय के बाद राज्य भर में गरबा आयोजकों और स्थानीय प्रशासन की भूमिका अहम मानी जा रही है. संगठन ने कहा है कि सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं की रक्षा के लिए यह कदम जरूरी है.

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