Kashi Vishwanath Temple: ऐबक से लेकर औरंगजेब तक ने तोड़ा लेकिन कुछ नहीं बिगड़ा! देखें इतिहास
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जब शिव अविनाशी हैं तो काशी में उनके विश्वनाथ मंदिर का कोई क्या बिगाड़ सकता है. इतिहास गवाह है कि इस मंदिर को समाप्त करने की बार-बार कोशिश हुई लेकिन हर दौर में किसी न किसी शिव भक्त ने मंदिर के स्वरूप को फिर से खड़ा कर दिया. पिछले करीब एक हजार साल में चार बार काशी विश्वनाथ मंदिर का नामो-निशान मिटाने की कोशिश की गई. आक्रांता तीन बार सफल भी हुए लेकिन हर बार बाबा विश्वनाथ के मंदिर को फिर से बनाया और संवारा गया. ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.