Indian Railways: आसानी से बुक करा पाएंगे ट्रेन टिकट, पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में होंगे बड़े बदलाव
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Bhartiya Railways: यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में कई बदलाव करने की तैयारी में है. रेलवे द्वारा किए जा रहे इन बदलावों से फेक ID से टिकट बुक कराने वालों पर लगाम लगेगी. पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में होने वाले बदलाव को लेकर रेलवे ने ग्रांट थॉर्नटन नाम की एक प्राइवेट फर्म से सुझाव मांगे हैं.
Indian Railways: रेलवे में आम यात्रियों को सफर में रिजर्वेशन को लेकर कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है. रेलवे में समय-समय पर देखा जाता है की फेक आईडी के जरिए रिजर्वेशन कराए जाते हैं, अब रेलवे इस पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है. रेलवे पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में बड़े बदलाव के साथ फेक आईडी पर रोक लगाएगा जिससे आम यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी.
पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में क्या-क्या बदलाव किए जा सकते हैं, कैसे फर्जी आईडी पर रोक लगाई जा सकती है, उसको लेकर आईआरसीटीसी ने ग्रांट थॉर्नटन नाम की एक प्राइवेट फर्म से सुझाव मांगे हैं. ये फर्म पिछले 10 साल के पैंसेजर रिजर्वेशन सिस्टम का विश्लेषण करेगी, इसके बाद एक रिपोर्ट के आधार पर सुझावों को तैयार किया जायेगा कि आखिर कौन कौन से नए कदम नए सिस्टम में उठाए जा सकते हैं और कैसे फेक आईडी पर रोक लगाई जा सकती हैं.
रेलवे चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा यूजर रेलवे वेबसाइट पर रजिस्टर्ड हों, लेकिन उसके साथ ही ट्रांजैक्शन क्षमता को भी विकसित करना होगा. असल में फर्जी आईडी का प्रयोग करके तत्काल टिकट बुक कराने की प्रक्रिया को रेलवे रोकना चहाता है और ये नया अपग्रेड सिस्टम उसी के अनुरूप होगा.
हालांकि, IRCTC समय-समय पर अपने सिस्टम में सुधार करने का प्रयास करता है. 2020 में आईआरसीटीसी ने वेबसाइट के साथ पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में सुधार किया था. आईआरसीटीसी के अधिकारियों का कहना है की समय-समय अपग्रेड होना रेलवे की जरूरत है. पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम रेलवे की प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए जो भी खामियां और जरूरतें होती हैं उसके हिसाब से सिस्टम में बदलाव किए जाते हैं. रेलवे की मानें तो अब लोग ऑनलाइन रिजर्वेशन बुकिंग को प्राथमिकता देते हैं. आईआरसीटीसी के अबतक 10 करोड़ यूजर्स हैं जिसमें 7.6 करोड़ एक्टिवन यूजर्स हैं.
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