
GST रिफॉर्म, स्वदेशी अभियान और 'नागरिक देव भव:' का मंत्र... पीएम मोदी ने रखा नए और आत्मनिर्भर भारत का ब्लू प्रिंट
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के लिए एक रोडमैप पेश किया. प्रधानमंत्री ने स्वदेशी अभियान को जोर देते हुए सभी से भारतीय उत्पाद खरीदने का आह्वान किया. साथ ही राज्य सरकारों से निवेश बढ़ाने को कहा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम को दिए राष्ट्र के नाम संबोधन में एक नए, आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के निर्माण का रोडमैप पेश किया. इस संबोधन में आर्थिक सुधारों के साथ-साथ स्वदेशी अभियान और नागरिकों की भूमिका पर विशेष जोर दिया गया. उनका यह संबोधन स्वदेशी के प्रति जन-चेतना, नागरिकों की भूमिका और सामाजिक समर्पण की भावना पर एक बड़ा संदेश रहा.
प्रधानमंत्री ने GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में नए सुधारों का फायदे गिनवाए. नए नेक्ट्स्ट जेनरेशन GST सुधारों को ‘GST बचत महोत्सव’ कहा गया. इसके तहत सोमवार से देश में दो टैक्स स्लैब लागू कर दी जाएंगी, जिससे वस्तुएं और सेवाएं सस्ती होंगी, गरीब और मिडिल क्लास को इससे बड़ी राहत मिलेगी. उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में GST और आयकर में छूट के कारण देशवासियों को लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई, जिससे बाजार में उपभोक्ता विश्वास और मांग दोनों बढ़े हैं.
पीएम मोदी ने स्वदेशी खरीदने का अपील करते हुए कहा कि हम सभी को उन्हीं वस्तुओं को खरीदना चाहिए जिनमें भारत की मेहनत और पसीना शामिल हो. उन्होंने संदेश दिया, 'गर्व से कहो मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी बेचता हूं.'
उन्होंने राज्य सरकारों से भी स्वदेशी उत्पादन और निवेश को बढ़ावा देने की अपील की, ताकि आत्मनिर्भर भारत अभियान को और मजबूती मिल सके.
नागरिक देवो भवः का दिया मंत्र
प्रधानमंत्री ने गांधी के ‘नागरिक देवो भवः’ के मंत्र को दोहराते हुए कहा कि नागरिक देश के देवता हैं. टैक्स सुधार और सरकारी योजनाओं से मिली सहायता से पिछले 11 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं. अब नियो-मिडिल क्लास देश की प्रोग्रेस में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. सरकार की नीतियां गरीब, किसान, महिलाओं और मध्यम वर्ग के सपनों को नई उड़ान दे रही हैं.

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