Ground Report: कंधार पर कब्जा करने की कोशिश में तालिबान, जंग को तैयार अफगान आर्मी
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एक बार फिर अफगानिस्तान में लोकतंत्र को कायम रखने का संकट पैदा हुआ है. इस महासंकट के बीच इंडिया टुडे ने अफगानिस्तान के कंधार पहुंचकर वहां के हालात का जायजा लिया, जिसे इस वक्त चारों ओर से तालिबान ने घेर लिया है.
अफगानिस्तान (Afghanistan) के अलग-अलग हिस्सों में तालिबान (Taliban) का वर्चस्व तेज़ी से बढ़ रहा है. एक बार फिर अफगानिस्तान में लोकतंत्र को कायम रखने का संकट पैदा हुआ है. इस महासंकट के बीच इंडिया टुडे ने अफगानिस्तान के कंधार पहुंचकर वहां के हालात का जायजा लिया, जिसे इस वक्त चारों ओर से तालिबान ने घेर लिया है. अफगानिस्तान में काबुल (Kabul) के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर कंधार (Kandhar) ही है, जहां की आबादी करीब 62 लाख है. इस वक्त इस शहर को चारों ओर से तालिबान ने घेर लिया है. आसपास के दर्जनों पुलिस पोस्ट, चेक पॉइंट पर तालिबान का कब्जा है, लेकिन अब अफगान आर्मी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने इस ऐतिहासिक शहर को बचाने की है. कंधार के निवासी सैफुल्लाह ने इंडिया टुडे को बताया कि कंधार में सारे पुलिस और आर्मी वाले आ गए हैं, कई लोग काबुल की ओर जा रहे हैं. कुछ लोग विदेश भी जा रहे हैं, ताकि सुरक्षित रह सकें.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.