Firozabad Assembly Seat: क्या 2022 में BJP दोबारा लगा पाएगी समाजवादी पार्टी के गढ़ में सेंध?
AajTak
Firozabad Assembly Seat: राजनीतिक दृष्टि से यह इलाका समाजवादी पार्टी का गढ़ हुआ करता था. लेकिन इसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सेंधमारी कर दी है. फिरोजाबाद की लोकसभा सीट हमेशा से ही हॉट सीट रही है. वर्ष 2019 के चुनाव में सैफई परिवार के चाचा यानी शिवपाल सिंह यादव और भतीजे यानी रामगोपाल के पुत्र अक्षय यादव इस सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े थे. लेकिन बाजी मार ली भारतीय जनता पार्टी के डॉ चंद्र सेन जादौन ने.
Firozabad Assembly Seat: उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद कांच की वस्तुओं और चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध है. फिरोजाबाद जनपद में 400 के करीब छोटे बड़े कांच के कारखाने हैं जिनमें 3 लाख से अधिक श्रमिक काम करते हैं. जनपद में हर सातवां शख्स कांच के कारोबार से जुड़ा है. श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में हर आधे घंटे बाद कांच के एक ट्रक का बिक्री कर दी जाती है. यहां से कांच के हैंडीक्राफ्ट के आइटम दुनिया के 60 देशों में निर्यात किए जाते हैं. ताज संरक्षित क्षेत्र में आने के कारण फिरोजाबाद के बहुत बड़े इलाके में डीजल से चलने वाले जेनरेटर, कोयला और लकड़ी को ईंधन के रूप में जलाने में सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंधित लगाया हुआ है. फिरोजाबाद जिले का सामाजिक ताना-बाना...
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.