Elgar Parishad Case: आरोपियों के कुछ पत्र 'आपत्तिजनक' थे, इसलिए रोके गए, NIA ने बताया
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एनआईए ने बॉम्बे हाईकोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है, जिसमें एजेंसी ने बताया कि एल्गार परिषद मामले के आरोपियों के कुछ पत्रों में आपत्तिजनक सामग्री थी, इसलिए उन्हें रोक गया. एनआईए ने ये भी बताया कि सभी पत्र नहीं रोके गए हैं, बल्कि जिनमें आपत्तिजनक सामग्री थी, उन्हें ही रोका गया है.
Elgar Parishad Case Updates: एनआईए ने गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में एक हलफनामा दायर कर बताया है कि उसने एल्गार परिषद मामले में आरोपियों के सभी पत्रों को नहीं रोका है. एनआईए ने बताया कि आरोपियों की ओर से भेजे जा रहे कुछ पत्रों में 'आपत्तिजनक सामग्री' थी, इसलिए उन्हें रोक दिया गया है. एनआईए ने बताया कि सभी पत्रों को नहीं रोका गया है, लेकिन जो आपत्तिजनक थे, उन्हें रोका गया है.
1 जून यानी कल चुनाव का आखिरी दौर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ध्यानमग्न हैं. 2019 में फाइनल राउंड से पहले प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में 17 घंटे तक साधना की थी. इस बार पीएम 45 घंटे तक ध्यान में हैं. पीएम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में कल शाम से ध्यान पर हैं, जो कल शाम 6 बजकर 45 मिनट तक चलेगा. पीएम की साधना तस्वीरें आ गई हैं. विवेकानंद मेमोरियल रॉक के ध्यान मंडपम में पीएम ध्यान में हैं. इसके अलावा वो सूर्य नमस्कार करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.