
Delhi Elections: 8 पार्षदों पर भरोसा, आधी आबादी को तवज्जो, पूर्व CM के बेटे को टिकट... BJP की दूसरी लिस्ट की बड़ी बातें
AajTak
बीजेपी ने मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटा है, पार्टी ने उनकी जगह कपिल मिश्रा को करावल नगर से मौका दिया है. जबकि, लक्ष्मी नगर से मौजूदा विधायक अभय वर्मा अपनी सीट से फिर चुनाव लड़ेंगे. 2020 में उन्होंने यह सीट केवल 800 से अधिक वोटों के अंतर से जीती थी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, वोटिंग की तारीख का ऐलान हो चुका है. राजनीतिक पार्टियां चुनावी चौसर बिछाने में लगी हुई हैं. इस रण में जीत हासिल करने के लिए पार्टियां पूरा दमखम लगा रही हैं. इसी क्रम में बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी की. इसमें 29 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया. करावल नगर से जहां कपिल मिश्रा को टिकट दिया गया है. वहीं, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना को मोती नगर सीट से मैदान में उतारा गया है. इसके साथ ही पार्टी ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा की 58 सीटों पर अब तक उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है.
आधी आबादी पर भरोसा बीजेपी की दूसरी लिस्ट में 5 महिला उम्मीदवार शामिल हैं. इसमें मटिया महल से दीप्ति इंदौरा, मादीपुर से उर्मिला कैलाश गंगवाल, तिलक नगर से श्वेता सैनी, नजफगढ़ से नीलम पहलवान और कोडली सीट से प्रियंका गौतम शामिल हैं. प्रियंका गौतम आम आदमी पार्टी का साथ छोड़कर पिछले महीने अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गई थीं.
इन 8 पार्षदों को टिकट भारतीय जनता पार्टी ने अपनी दूसरी लिस्ट में 8 पार्षदों पर भी भरोसा जताया है. इसमें कमल बागड़ी, उर्मिला कैलाश गंगवाल, गजेंद्र दराल, मनोज कुमार जिंदल, नीलम पहलवान, उमंग बजाज, प्रियंका गौतम और अनिल गौड़ शामिल हैं. बता दें कि कमल बागड़ी वार्ड 80 से पार्षद हैं, उन्हें बीजेपी ने बल्लीमारान से टिकट दिया है. वहीं, वार्ड 94 से पार्षद उर्मिला कैलाश गंगवाल को मादीपुर से, वार्ड 35 के पार्षद गजेंद्र सिंह दराल को मुंडका से, वार्ड 70 से बीजेपी पार्षद मनोज कुमार जिंदल को पार्टी ने सदर बाजार से चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी ने वार्ड 128 से पार्षद नीलम पहलवान पर भरोसा जताते हुए उन्हें नजफगढ़ से टिकट दिया है. साथ ही वार्ड 139 के पार्षद उमंग बजाज को राजेंद्र नगर से, वार्ड 228 से बीजेपी पार्षद अनिल गौड़ को सीलमपुर से विधायकी का टिकट मिला है. इनके अलावा आम आदमी पार्टी की बागी और कोंडली से पार्षद प्रियंका गौतम को कोंडली विधानसभा से टिकट मिला है.
दूसरे दल के बागियों को मौका
बीजेपी ने मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट का टिकट काटा है, पार्टी ने उनकी जगह कपिल मिश्रा को करावल नगर से मौका दिया है. जबकि, लक्ष्मी नगर से मौजूदा विधायक अभय वर्मा अपनी सीट से फिर चुनाव लड़ेंगे. 2020 में उन्होंने यह सीट केवल 800 से अधिक वोटों के अंतर से जीती थी. कपिल मिश्रा और अभय वर्मा दोनों ही पूर्वांचली समुदाय से हैं, इसके अलावा किराड़ी से बजरंग शुक्ला और विकासपुरी से पंकज सिंह को भी टिकट दिया गया है. पार्टी ने दूसरे दल के बागी नेताओं को भी मौका दिया है. इसमें प्रियंका गौतम और नीरज बसोया का नाम शामिल है. नीरज बसोया कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे, लेकिन पिछले साल उन्होंने कांग्रेस का 'हाथ' छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. नीरज बसोया को कस्तूरबा नगर से टिकट मिला है. वहीं प्रियंका गौतम आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं.
पूर्व मेयर भी मैदान में

नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. बिहार के मंत्री और पटना के विधायक नबीन को पार्टी का युवा चेहरा माना जाता है. उन्होंने लंबे समय तक संगठन और चुनाव में अनुभव हासिल किया है. भाजपा ने उनका चयन लंबे समय के निवेश के रूप में किया है. यह जिम्मेदारी भारत के बड़े चुनावों से पहले पार्टी की रणनीति का हिस्सा है.

आखिरकार बीजेपी को लंबी तलाश के बाद नया कार्यकारी अध्यक्ष मिल ही गया है. बिहार के मंत्री नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. नितिन नबीन बिहार में इस वक्त सड़क निर्माण मंत्री हैं. नितिन नबीन पटना के बांकीपुर से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें बिहार का युवा चेहरा माना जाता है. वो भारतीय युवा जनता मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं.

आखिरकार बीजेपी को लंबी तलाश के बाद नया कार्यकारी अध्यक्ष मिल ही गया. बिहार के मंत्री नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. नितिन नबीन बिहार में इस वक्त सड़क निर्माण मंत्री हैं. नितिन नबीन पटना के बांकीपुर से बीजेपी विधायक हैं और उन्हें बिहार का युवा चेहरा माना जाता है. वो भारतीय युवा जनता मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं.

नितिन नबीन को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. वे बिहार सरकार में मंत्री हैं और संगठन में अपनी मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते हैं. नितिन नबीन ने पिछले कई वर्षों से युवा राजनीति और संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय योगदान दिया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उनकी रणनीति और नेतृत्व ने बीजेपी को बड़ी जीत दिलाई थी.









