Delhi Crime: डबल मर्डर की साजिश नाकाम, टिल्लू ताजपुरिया और नीरज बवाना गैंग के 3 शूटर्स गिरफ्तार
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पकड़े गए शूटर्स की शिनाख्त राहुल उर्फ रंगा, रोहित और हरिओम उर्फ अंकित के तौर पर हुई है. ये तीनों ही अंतरराज्यीय टिल्लू ताजपुरिया गैंग और नीरज बवाना गिरोह के सदस्य हैं. इनकी योजना हत्या के एक मामले के चश्मदीद गवाहों को मारने की थी.
राजधानी दिल्ली में डबल मर्डर की एक साजिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया. दरअसल, दिल्ली में दो लोगों की हत्या किए जाने की तैयारी हो चुकी थी. लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने टिल्लू ताजपुरिया गैंग और नीरज बवाना गिरोह के तीन शूटरों को गिरफ्तार कर इस खूनी साजिश का पर्दाफाश कर दिया और दो लोगों की जान बच गई.
पकड़े गए शूटर्स की शिनाख्त राहुल उर्फ रंगा, रोहित और हरिओम उर्फ अंकित के तौर पर हुई है. ये तीनों ही अंतरराज्यीय टिल्लू ताजपुरिया गैंग और नीरज बवाना गिरोह के सदस्य हैं. इनकी योजना हत्या के एक मामले के चश्मदीद गवाहों को मारने की थी. इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए इन्होंने हथियारों का इंतजाम भी कर लिया था. पुलिस ने इन शूटर्स के कब्जे से एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, दो सिंगल-शॉट पिस्टल और चार कारतूस बरामद किए हैं.
ये तीनों आरोपी दिल्ली एनसीआर और हरियाणा में हत्या, डकैती और आर्म्स एक्ट जैसे कई मामलों में शामिल रहे हैं. जुर्म की दुनिया में इनका अपना एक इतिहास है. साल 2020 में दिल्ली के लाडपुर में कराला निवासी आंचल नाम के एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जो गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया का करीबी माना जाता था.
गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया को आशंका थी कि गोगी गैंग और दिनेश कराला का करीबी सहयोगी परवेश इस हत्या के पीछे है. परवेश इस वक्त तिहाड़ जेल में बंद है. इसलिए, उसने बदला लेने की कसम खाई थी और अपने गुर्गों को परवेश के छोटे भाई नितेश की हत्या करने का फरमान सुनाया था.
इसके बाद साल 2021 में टिल्लू ताजपुरिया गैंग के सदस्यों ने घर के सामने ही नितेश की गोली मारकर हत्या कर दी थी. नितेश की भाभी प्रीति उसके कत्ल की संगीन वारदात की चश्मदीद गवाह है. और इस मामले में दूसरा गवाह था दिनेश. जांच के दौरान पांच आरोपियों अक्षय मलिक, सूरज लाकड़ा उर्फ गुल्लू, सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया, मोहित उर्फ चिचड़, और राकेश उर्फ राका को गिरफ्तार कर लिया गया था.
मोहित उर्फ चिचड़ गैंगस्टर सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया का करीबी सहयोगी था और अभी वो उसी हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है. इसलिए, उसके छोटे भाई रोहित उर्फ जानू ने राहुल उर्फ रंगा और हरिओम उर्फ अक्की के साथ मिलकर इस हत्याकांड के चश्मदीद गवाह प्रीति और दिनेश को खत्म करने की साजिश रची थी.
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद जीतन राम मांझी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. 44 सालों के पॉलिटिकल करियर में मांझी राज्य सरकार में कई बार मंत्री बन चुके हैं लेकिन पहली बार वो मोदी सरकार में मिनिस्टर बने हैं. मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर इस बार गया (रिजर्व सीट) से चुनाव लड़ा था और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था.