Corona virus: खून पर कोरोना का असर, शरीर पर दिख रहे इन 7 संकेतों को न करें नजरअंदाज
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. ब्लड फ्लो से जुड़े कुछ लक्षणों को COVID-19 से जोड़ कर देखा जा रहा है. अगर आप कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो भी इन 7 संकेतों को नजरअंदाज करना आप पर भारी पड़ सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.
दिल से लेकर दिमाग तक कोरोना का असर पड़ने की कई खबरें आ चुकी हैं. स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस का असर हमारे ब्लड फ्लो पर भी पड़ रहा है. खून के बहाव में आने वाली रुकावट की वजह से और भी कई दिक्कतें हो सकती हैं. ब्लड फ्लो से जुड़े कुछ लक्षणों को COVID-19 से जोड़कर देखा जा रहा है. अगर आप कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो भी इन 7 संकेतों को नजरअंदाज करना आप पर भारी पड़ सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में. गंभीर ब्लड क्लॉटिंग- अस्पताल में भर्ती COVID-19 के युवा और बुजुर्ग मरीजों में खून के थक्के बनने की समस्या अब ज्यादा देखी जा रही है. डॉक्टर्स का कहना है कि डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और पहले से बीमारी वाले लोगों में ब्लड क्लॉटिंग खतरनाक हो सकता है. फेफड़ों और दिल को नुकसान- COVID-19 गंभीर ब्लड क्लॉटिंग कर देता है जिसका असर फेफड़ों और दिल पर पड़ता है. द लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन में छपी एक स्टडी के मुताबिक ब्लड क्लॉट फेफड़ों में रुकावट डालकर सांस की तकलीफ जैसी कई समस्याएं पैदा कर सकते हैं.
HMD 101 और HMD 100 को भारत में लॉन्च कर दिया गया है. ये फोन्स कम कीमत में दमदार फीचर्स के साथ आते हैं. कंपनी ने इन फोन्स को 1000 रुपये से कम के इंट्रोडक्टरी प्राइस पर लॉन्च किया है. HMD 101 में कॉल रिकॉर्डिंग, MP3 प्लेयर और दमदार बैटरी जैसे फीचर्स मिलते हैं. आइए जानते हैं इन फोन्स की कीमत और दूसरे फीचर्स.

सिंगापुर के हाई कमिश्नर टू इंडिया, साइमन वोंग ने अपनी पोस्ट में दो स्क्रीनशॉट भी साझा किए. पहला स्क्रीनशॉट इंडिगो की ओर से आया व्हाट्सऐप अलर्ट था, जिसमें फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी दी गई थी. दूसरा स्क्रीनशॉट शादी स्थल पर मौजूद मेहमानों द्वारा भेजा गया, जिसमें उन्हें वोंग का इंतजार करते हुए देखा जा सकता था.

इंडिगो की फ्लाइट्स के लगातार कैंसिल और घंटों की देरी के बीच यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर स्थिति बेहद अव्यवस्थित रही. कई यात्रियों ने शिकायत की कि न तो समय पर कोई अनाउंसमेंट किया गया और न ही देरी की सही वजह बताई गई. मदद के लिए हेल्प डेस्क और बोर्डिंग गेट पर बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें स्टाफ का कोई ठोस सहयोग नहीं मिला.










