Corona Curfew: वीरान पड़ी सड़कें- पुलिस का कड़ा पहरा, तस्वीरों में कैद दिल्ली का हाल
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जो सन्नाटा पिछली बार दिल्ली की सड़कों पर देखने को मिला था, एक बार फिर वहीं मंजर आंखों के सामने आ गया है. लाजपत नगर के लोगों के लिए शनिवार की सुबह काफी चुनौती वाली साबित हुई.
कोरोना में दिल्ली की बेकाबू रफ्तार ने ऐसा कहर बरपाया है कि ना चाहते हुए भी सरकार को फिर वीकेंड कर्फ्यू जैसा कठिन फैसला लेना पड़ा है. पूर्ण लॉकडाउन तो नहीं, लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए वीकेंड कर्फ्यू जरूर लगा दिया है. शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर उस कर्फ्यू का असर भी साफ देखने को मिल गया है. दिल्ली में दिखा कोरोना कर्फ्यू का असरराजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.