Bollywood का बैड टाइम! कानूनी फंदे में 10 नामचीन सितारे
AajTak
इस एपिसोड में आपको बॉलीवुड की उन नामचीन हस्तियों की कहानी बताएंगे जो इन दिनों कानूनी फंदे में फंसी हुईं हैं, या फिर बीते दिनों में कोर्ट-कचहरी के चक्कर कांटने की वजह से सुर्खियों में रहीं. ड्रग्स केस से शुरू हुई जांच की आंच अब बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारें शाहरूख खान के घर तक पुहंच गई है. बेटा जेल में है जबकि आर्यन के दोस्त अब एनसीबी के रडार पर हैं. आज हम बॉलीवुड के दस ऐसे बड़े चेहरों की बात करेंगे जो कानूनी पचड़े की वजह से परेशान हैं. बॉलीवुड के तमाम सितारों की जिदंगी में आए बवंडर के पीछे कानून का फंदा है, किसी का नाम ड्रग्स केस में है, कोई टैक्स चोरी के घेरे में हैं, कोई ईडी के फेर में फंसा हुआ है. नाम अलग-अलग लेकिन जांच की आंच बॉलीवुड के तमाम बड़े चेहरों तक पहुंच चुकी है या फिर पहुंचने वाली है. देखिए ये एपिसोड.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.