
Bank Locker Rules: लखनऊ में लॉकर में रखा सामान चोरी, क्या बैंक देगा ग्राहक को पूरा मुआवजा... जानिए RBI का नियम
AajTak
RBI Bank Locker Rules: लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक में डकैती की घटना ने बैंकों में लॉकर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने कई नियम बनाए हैं, जिन्हें हर ग्राहक के लिए जानना जरूरी है.
लखनऊ में Indian Overseas Bank की चिनहट ब्रांच में हुई डकैती ने सभी को हैरान किया है. डकैतों ने 42 लॉकर तोड़ दिए और उनमें रखे सामान ले उड़े. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो डकैतों का एनकाउंटर कर दिया, जबकि तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन लॉकर में रखा अपना सामान गंवाने वाले लोगों के रोते बिलखते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इस घटना से तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं के दावे करने वाले बैंकों में लॉकरों की सिक्योरिटी को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. इसके साथ ही लोगों के जेहन में ये सवाल भी उठने लगे हैं कि इस तरह की घटना होने ग्राहकों के हित में क्या नियम बनाए गए हैं? लॉकर में रखे गहनों की गारंटी को लेकर क्या व्यवस्था है?
90 में से 42 लॉकर लूटे गए पहले बता दें, इस घटना के बारे में, तो Indian Overseas Bank की चिनहट (मटियारी चौराहे स्थित) ब्रांच में 90 लॉकर थे, जिनमें से 42 को तोड़कर डकैत लूट ले गए थे. सोमवार 23 दिसंबर को तड़के बैंक की दीवार में 2.5 फीट का छेद काटकर ये डकैती डाली गई. पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) शशांक सिंह के मुताबिक, डकैती डालने वाले गिरोह में सात सदस्य थे, जिनमें से फिलहाल दो बदमाश एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, जबकि तीन पकड़े गए हैं.
वहीं दूसरी ओर बैंक की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि पर्याप्त सुरक्षा उपायों के बावजूद यह घटना घटी, लेकिन वह अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. Bank ने आश्वासन देते हुए कहा है कि हम प्रभावित ग्राहकों की चिंताओं को दूर करने और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से उनसे जुड़े हुए हैं. हमारे पास ऐसी घटनाओं के लिए बीमा कवरेज है और हमारे ग्राहकों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.
घटना ने बैंक लॉकर की सुरक्षा पर उठाए सवाल बैंक लॉकर (Bank Locker) में चीजें सुरक्षित रहेंगी, घर पर रखने में खतरा है. इसी सोच के साथ लोग लोग बैंक लॉकर में बेशकीमती चीजें, खासकर गहने रखते हैं. इस तरह की घटना और ग्राहकों के रोते-बिलखते वीडियो देखकर इनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या सही में बैंक लॉकर सुरक्षित है? ऐसे में आप के लिए बैंक लॉकर में सामान रखने से पहले इससे जुड़े नियमों को जान लेना जरूरी है. जैसे बैंक लॉकर में रखीं चीजों की क्या बैंक गारंटी लेता है? अगर बैंक में रखीं चीजें चोरी हो जाती हैं, तो फिर क्या होता है?
RBI ने बनाए हैं लॉकर के ये नियम रिजर्व बैंक ने अगस्त-2022 में सेफ डिपॉजिट लॉकर (Safe Deposit Locker) को लेकर नए नियम जारी किया है. इस नियम के तहत बैंकों को एक जनवरी 2023 तक मौजूदा लॉकर्स होल्डर्स के साथ एग्रीमेंट रिवाइज करना था. नए ग्राहकों पर ये नियम जनवरी 2022 से ही लागू हैं. इनमें सबसे बड़ी बात यह कि किसी ग्राहक को नुकसान होने की स्थिति में अब बैंक शर्तों का हवाला देकर मुकर नहीं सकेगा, बल्कि ग्राहक की पूरी भरपाई हो सकेगी.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









