48 करोड़ में बिकी 10 सेकेंड की वीडियो क्लिप, इसमें ऐसा क्या खास है?
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आपकी छोटी से मेहनत और उसमें लगाए हुए थोड़े से पैसे कब किस्मत बदल दें कह नहीं सकते. अक्टूबर 2020 में अमेरिका के मियामी में रहने वाले एक आर्ट कलेक्टर ने 10 सेकेंड के इस आर्टिस्टिक वीडियो पर 67 हजार डॉलर्स यानी 49.13 लाख रुपए खर्च किए. लेकिन अब इसे बेच दिया. उन्हें इस 10 सेकेंड के वीडियो के 6.6 मिलियन डॉलर्स यानी 48.42 करोड़ रुपए मिले.
आपकी छोटी से मेहनत और उसमें लगाए हुए थोड़े से पैसे कब किस्मत बदल दें कह नहीं सकते. अक्टूबर 2020 में अमेरिका के मियामी में रहने वाले एक आर्ट कलेक्टर ने 10 सेकेंड के इस आर्टिस्टिक वीडियो पर 67 हजार डॉलर्स यानी 49.13 लाख रुपए खर्च किए. लेकिन अब इसे बेच दिया. उन्हें इस 10 सेकेंड के वीडियो के 6.6 मिलियन डॉलर्स यानी 48.42 करोड़ रुपए मिले. (फोटोःक्रॉसरोड्स बाय बीपल) इस वीडियो को बनाया था डिजिटल आर्टिस्ट बीपल (Beeple) ने. बीपल का असली नाम है माइक विंकेलमैन. ब्लॉकचेन नामक संस्था ने प्रमाणित किया है कि वो 10 सेकेंड का वीडियो माइक ने ही बनाया है. यह वीडियो यानी डिजिटल एसेट को नॉन-फंजिबल टोकेन (NFT) कहा जाता है. कोरोनावायरस महामारी के दौरान NFT काफी प्रचलित हुआ है. (फोटोःक्रॉसरोड्स बाय बीपल) इसे बनाने वालों को पैसे की जरूरत होती है, इसके लिए कई लोग निवेश भी करते हैं. क्योंकि NFT डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही रहेगा और अगर ये किसी को पसंद आ गया तो इसके करोड़ों रुपए मिलते हैं. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की मदद से ऐसे वीडियो का ऑनलाइन डुप्लीकेशन नहीं हो पाता. (फोटोःक्रॉसरोड्स बाय बीपल)More Related News
ABVP ने कहा, 'चुनाव समिति ने डीयूएसयू चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा शुरू कर दी है. पिछले वर्षों की तरह, इस साल के 'DUSU इन कैंपस' अभियान को छात्रों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.' उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने वर्षों से लगातार छात्रों का प्रतिनिधित्व किया है और उनकी चिंताओं और अधिकारों के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ा है.