2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी BJP, यूपी में मिशन 80 के लिए बनाया खास प्लान
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लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश की सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य है. यहां से सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट आती हैं. इसलिए राजनीति में कहावत भी है कि यूपी से ही दिल्ली का सफर तय होता है. यही कारण है कि सभी पार्टियों का फोकस यूपी पर अधिक रहता है.
2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां मंथन कर रही हैं. इस बीच बीजेपी यूपी में मिशन 80 में जुटी बीजेपी ने नई रणनीति तैयार की है. पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में हारी हुई 14 लोकसभा सीटों को लेकर खाका तैयार किया है. जिसमें अल्पसंख्यम समुदाय पर खास फोकस करने का फैसला किया गया है.
दरअसल, बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात पर एक लाख किताबों उर्दू में छपवाएगी. जिन्हें मुस्लिम बहुल्य सीटों पर बांटा जाएगा. पार्टी कार्यकर्ता इन इलाकों में मुस्लिम स्कॉलर्स को ये किताबें देंगे, ताकि वह पीएम के मन की बात का प्रचार प्रसार अपने समुदाय के लोगों में कर सकें. इसके अलावा मुस्लिम समाज को बीजेपी से जोड़ने के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता लोगों के साथ मिलकर चर्चा भी करेंगे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश की सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य है. यहां से सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट आती हैं. इसलिए राजनीति में कहावत भी है कि यूपी से ही दिल्ली का सफर तय होता है. यानी कि जिस पार्टी के पास यूपी में सबसे अधिक सीटें हों, उसका रास्ता प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए खुद बन जाता है.
2014 और 2019 में बीजेपी का प्रदर्शन
2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने यूपी की 80 में से 73 सीटें जीती थी. बीजेपी 71 और अनुप्रिया पटेल की अपना दल ने दो सीटों पर कब्जा जमाया था, लेकिन 2019 के चुनाव में सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन के चलते बीजेपी का समीकरण गड़बड़ा गया था. ऐसे में बीजेपी गठबंधन 80 लोकसभा सीटों में से 64 सीटें ही जीत सका था. इस तरह से 2014 की जीती अपनी 9 सीटें 2019 में गंवा दी थी.
2019 में बीजेपी इन 16 सीटों पर हारी लोकसभा चुनाव

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