हेमंत सोरेन की कुर्सी बचेगी या जाएगी? पत्नी कल्पना बन सकती हैं झारखंड की नई CM, राज्यपाल पर टिकीं निगाहें
AajTak
हेमंत सोरेन की कुर्सी बचेगी या जाएगी इसपर शुक्रवार को फैसला हो सकता है. फिलहाल सबकी निगाहें राज्यपाल पर टिकी हुई हैं. इस बीच खबर है कि अगर हेमंत सोरेन को सीएम पद से हटना पड़ा तो वह पत्नी कल्पना सोरेन को झारखंड की मुख्यमंत्री बना सकते हैं.
झारखंड में इस वक्त सियासी दंगल मचा हुआ है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर तलवार लटक रही है. उनको जनप्रतिनिधि कानून 1951 के तहत लाभ के पद के मामले में दोषी पाया गया है. अब आखिरी फैसला राज्यपाल को लेना है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर शुक्रवार को हेमंत सोरेन को सीएम पद छोड़ना पड़ा तो उनकी जगह कौन लेगा? इस रेस में वैसे तो कई नाम हैं लेकिन सबसे आगे हेमंत की पत्नी कल्पना सोरेन हैं.
कल्पना सोरेन ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली हैं. वहां की एक बिजनेसमैन फैमिली में उनका जन्म हुआ. उनके दो भाई-बहन हैं. बचपन की बात करें तो 1976 में रांची में उनका जन्म हुआ था. फिर रांची से ही उन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की. इसके बाद 2006 में हेमंत सोरेन से उनकी शादी हुई. इनके दो बच्चे हैं.
कल्पना सोरेन खुद बिजनेसवुमन हैं. वह एक प्राइवेट स्कूल भी चलाती हैं. सामाजिक कार्यक्रमों में उनको बेहद कम देखा जाता है. लेकिन महिला सशक्तिकरण और बच्चों से जुड़े कार्यक्रमों में वह अकसर शामिल होती हैं.
राजनीतिक अनुभव पर उठ रहे सवाल
कल्पना सोरेन का नाम चर्चा में तो है. लेकिन बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या बिना राजनीतिक अनुभव के झारखंड की राजनीति में मची उथल-पुथल को वह संभाल पाएंगी? ऐसे में यह समझना जरूरी है कि कल्पना सोरेन के माता-पिता भले ही राजनीतिक परिवार से ना हों. लेकिन अपने ससुराल में वह पिछले 16 सालों से यह सब देख रही हैं.
उनके पति हेमंत सोरेन को राजनीति का लंबा अनुभव है. वह दो बार सीएम रह चुके हैं. इसके साथ ही कल्पना के ससुर शिबू सोरेन राजनीति के पुराने और जाने-पहचाने चेहरे हैं. ये सब बातें कल्पना के समर्थन में जाती हैं.
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.