
हिंदू धर्म, अग्निवीर, मणिपुर और NEET... मोदी सरकार पर बरसे राहुल गांधी, पढ़ें किस मुद्दे पर क्या कहा
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राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान भगवान शंकर की तस्वीर लहराई. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उनको टोकते हुए नियम पुस्तिका निकाल ली. राहुल गांधी ने कहा कि सदन में हम शिवजी की तस्वीर भी नहीं दिखा सकते, आप मुझे रोक रहे हैं. मेरे पास और भी तस्वीरें थीं जिन्हें दिखाना चाहते थे और बताना चाहते थे कि शिवजी ने किस तरह से रक्षा की.
संसद में सोमवार को विपक्ष के नेता के तौर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पहला भाषण दिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि शिवजी कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत. उन्होंने इसके साथ ही इस्लाम से लेकर ईसाई धर्म और सिख धर्म तक का हवाला दिया.
राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारे कुछ नेता जेल में हैं. इनमे से एक को रिहा कर दिया गया है. लोगों को डराया और धमकाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईडी की 55 घंटे की पूछताछ का मैंने आनंद लिया है. इस पूछताछ के अंत में जब अधिकारी ने कैमरा बंद किया तो उन्होंने मुझसे पूछा कि आप 55 घंटे से बैठे हो, आप पत्थर जैसे हो, हिलते क्यों नहीं. राहुल गांधी ने कहा कि हमने आइडिया ऑफ इंडिया का बचाव किया है.
जब राहुल ने सदन में दिखाई भगवान शिवजी की तस्वीर
राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान भगवान शंकर की तस्वीर लहराई. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने उनको टोकते हुए नियम पुस्तिका निकाल ली. राहुल गांधी ने कहा कि सदन में हम शिवजी की तस्वीर भी नहीं दिखा सकते, आप मुझे रोक रहे हैं. मेरे पास और भी तस्वीरें थीं जिन्हें दिखाना चाहते थे और बताना चाहते थे कि शिवजी ने किस तरह से रक्षा की.
इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आपके सदस्यगण 352 का नियम बता रहे थे. आपने कहा कि इस नियम प्रक्रिया से सदन चलना चाहिए. ऐसे में कोई भी प्लेकार्ड या चिह्न सदन में नहीं दिखाया जा सकता. इस पर राहुल गांधी ने कहा कि क्या इस सदन में शिवजी का चित्र दिखाना मना है? यहां पर दूसरा चित्र दिखाया जा सकता है, शिवजी का चित्र नहीं दिखा सकते हैं?
राहुल गांधी ने भगवान शिव को अपने लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि उनसे विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा मिली. उनके बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है. हमने सच की रक्षा की है. हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए. सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए, अहिंसा हमारा प्रतीक है. भगवान शंकर हमारे लिए प्रेरणा हैं. शिवजी का त्रिशूल अहिंसा का प्रतीक है. हम बिना हिंसा सच की रक्षा करते हैं. ये देश डर का नहीं है. ये देश अहिंसा का देश है. हम लोग अहिंसावादी हैं.

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