स्नेक आइलैंड रूस-यूक्रेन युद्ध में इतना अहम क्यों है?
BBC
ब्रिटेन के नौसैनिक विश्लेषक जोनाथन बेंथम का मानना है कि द्वीप पर रूसी एस-400 एयर मिसाइल सिस्टम एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा
स्नेक आइलैंड के पास रूस का एक और जहाज़ डूब गया है और ऐसा लग रहा है कि ये जहाज़ यूक्रेन के मिसाइल हमलों का शिकार हो गया.
यूक्रेन के ख़ुफ़िया विभाग के प्रमुख किरिल बुडानोव ने कहा है कि उनका देश इस टापू के लिए जब तक संभव हो लड़ता रहेगा. उन्होंने साथ ही कहा कि वे इसे दोबारा रुसियों के कब्ज़े से वापस ले लेंगे.
स्नेक आइलैंड यूक्रेन और रूस दोनों के लिए रणनीतिक तौर पर अहम माना जाता है. इसके ज़रिये ब्लैक सी (काला सागर) तक पहुँचा जा सकता है जो व्यापार और हथियारों के आयात के लिए एक अहम मार्ग है. साथ ही रूस इसे अपनी नौसेना के लिए एक अहम ठिकाना बना सकता है.
यूक्रेन के ख़ुफ़िया विभाग के प्रमुख ने कहा,"इस टापू पर नियंत्रण करने वाला यूक्रेन के दक्षिण में जब चाहे किसी भी जहाज़ का आवागमन रोक सकता है."
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की शुरुआत से ही स्नेक आइलैंड को बहुत महत्व की नजर से देखा गया है. काला सागर में बसे इस अचूक, चट्टानी द्वीप पर रूस ने कब्ज़ा कर लिया था. ये द्वीप रणनीतिक महत्व के लिए युद्ध का मैदान बन गया है.