
सीजफायर के बाद हमास और बागी कबीलों में सत्ता की लड़ाई, क्या लागू होते ही मटियामेट हो जाएगा गाजा पीस प्लान?
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गाजा में इजराइली सेना तय की हुई सीजफायर लाइन तक पीछे हट चुकी है, लेकिन शांति अब भी नहीं आ सकी. युद्ध रुका तो गाजा पट्टी में अंदरुनी लड़ाई शुरू हो गई. पिछले कुछ दिनों में हमास और स्थानीय ताकतवर समूहों के बीच झड़प में कई लोग मारे गए. सत्ता की ये लड़ाई भी युद्ध जितनी ही खतरनाक साबित हो सकती है.
डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव के बाद उम्मीद थी कि गाजा पट्टी में शांति लौट आएगी और रीकंस्ट्रक्शन पर काम चलने लगेगा. लेकिन वहां नई लड़ाई शुरू हो गई. इस बार बाहरी नहीं, बल्कि भीतरी ताकतें आपस में ही लड़-भिड़ रही हैं. दरअसल कुल जमा 41 किलोमीटर लंबे गाजा के भीतर कई स्थानीय समूह हैं, जो हमास के कमजोर होने की ताक में थे. अब वे एक्टिव हो चुके हैं.
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में कथित तौर पर हमास ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ लोगों को मार दिया. ऐसी कई वीडियोज वायरल हैं. हमास उन्हें इजरायल से जुड़े अपराधी बता रहा है. ये हत्याएं हमास द्वारा की गई सार्वजनिक हत्याओं की गिनती को बढ़ाते हुए 50 पार कर चुकीं. इंटरनेशनल ताकतों के दबाव में हमास ऊपरी तौर पर तो चुप हो चुका और इसपर भी राजी है कि वो गाजा पट्टी पर राज नहीं करेगा, लेकिन असल में वो इन हत्याओं के जरिए गाजा पर कंट्रोल बनाए रखना चाहता है.
ट्रंप भी डराने-धमकाने के इन सिलसिलों से अनजान नहीं. उन्होंने हाल में सोशल मीडिया ट्रूथ पर कहा कि अगर हमास ऐसी हरकतें जारी रखता है तो हमारे पास उन्हें मारने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा.
लेकिन हमास डरा किसे रहा है सीजफायर के बाद बंधकों और कैदियों का लेनदेन शुरू हो गया. हमास को हथियार डालने के लिए कहा गया. फिलहाल वो हां-ना के बीच अटका हुआ है. अलग फिलिस्तीन की जिद भले ही कुछ वक्त के लिए कोल्ड स्टोरेज में डाल दी जाए, लेकिन सत्ता का स्वाद जीभ से आसानी से उतरता नहीं दिखा. यही वजह है कि वो अपने ही लोगों पर आक्रामक होने लगा. बाहरी देशों से पटखनी खाया हुआ आतंकी गुट गाजा में दोबारा अपनी खोई साख पाने में लगा है. इधर स्थानीय कबीले भी हैं जो ताकत दिखाने में लगे हैं.
ये कबीले अलग-अलग पाले में हैं कुछ हमास के वैचारिक विरोधी वेस्ट बैंक स्थित फतह से जुड़े हैं तो कुछ को इजराइल का समर्थन हासिल है. ये कबीले कौन हैं? गाजा में उनका क्या रोल है? और हमास के लिए वे कितना बड़ा खतरा ला सकते हैं?
गाजा में फैमिली क्लान या कबीले लंबे समय से मौजूद रहे. लेकिन वो किसी वायरस की तरह मौके के इंतजार में थे कि जैसे ही शरीर की इम्युनिटी कमजोर पड़े, वे हमला बोल दें. अब यही हो रहा है.

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