
संसद में सामूहिक सस्पेंशन से सबसे बड़ा नुकसान किसे हो रहा है?
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लोकसभा और राज्यसभा से सांसदों के सामूहिक सस्पेंशन का ओवर ऑल प्रभाव क्या और कैसा होगा, IMF ने भारतीय इकॉनोमी को लेकर क्या बड़ी बात कही, इसका आम नागरिक से कितना लेना - देना है और IPL ऑक्शन की रेस में शामिल 333 खिलाड़ियों में सबसे ऊंची बोली किसके लिए लगी. कौन निराश हुआ, सुनिए 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से.
भारत में संसद को देश भर की राजनीति का केंद्र माना जाता है. लोकसभा में कुल 543 सीट्स है और राज्य सभा में 250. इस महीने की 4 तारीख को शुरु हुआ था पार्लियामेंट का विन्टर सेशन, जो 22 तारीख तक चलना है. लेकिन मुट्ठीभर दिनों में दोनों सदनों का हाल, लगभग बेहाल हो गया. संसद में सुरक्षा चूक के मामले के बाद से विपक्ष लगतार हमलावर था. हाथ में तख्तियां लिए सदन में नारेबाज़ी हुई. मांग उठती रही कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस चूक पर जवाब दें. इस सारी अफरा तफरी के बीच शुरु हुआ सांसदों के निलंबन का सिलसिला, ऐसा सिलसिला जिसने पुराने सभी रिकॉर्ड्स तोड़ दिए. संसद की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में अब तक 141 सांसदों का निलंबन हो चुका है. इससे पहले 15 मार्च 1989 को 63 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था तब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे, सुनिए 'दिन भर' में.
आईएमएफ या इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड, एक ग्लोबल संस्था है, जो अलग - अलग देशों की और पूरी दुनिया की आर्थिक सेहत पर नज़र रखती है. इसलिए इस संस्था की स्टडी, ऑब्जर्वेशन और बयानों को दुनिया भर के देश बारीकी से देखते और समझते हैं. आईएमएफ ने भारत को लेकर के बहुत अहम बयान दिया. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड का कहना है कि भारत आने वाले वक्त में ग्लोबल इकोनॉमी का बड़ा भागीदार बन सकता है. जिस तेज़ी से भारतीय इकोनॉमी आगे बढ़ रही है, जल्द ही हमारा देश ग्लोबल इकोनोमिक ग्रोथ में 16 प्रतिशत का भागीदार होगा, सुनिए 'दिन भर' में.
दुबई में आज इंडियन प्रीमियर लीग का मिनी ऑक्शन हुआ. बल्कि जिस वक्त हम ये शो रिकार्ड कर रहें हैं, ये नीलामी अपने आखिरी पड़ाव में जारी है. अभी तक के हिसाब से इस ऑक्शन में सबसे ऊंची बोली लगी है ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क के लिए. 24 करोड़ 75 लाख में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें खरीदा, उनके लिए गुजरात ने भी आखिर तक बोली लगाई.वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस 20 करोड़ 50 लाख में सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा. कमिन्स की बोली मिचल स्टार्क से लगभग डेढ़ घंटा पहले ही लगी थी. इसके अलावा हर्षल पटेल इस ऑक्शन में सबसे महंगे भारतीय बने. उन्हें 11 करोड़ 75 लाख में करोड़ पंजाब किंग्स ने खरीदा है, सुनिए 'दिन भर' में.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







