श्रीलंका: पीएम पद संभालने के बाद विक्रमसिंघे बोले, भारत से क़रीबी संबंधों को लेकर आशान्वित
The Wire
आर्थिक संकट के बुरे दौर से गुज़र रहे श्रीलंका में विपक्ष के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री 73 वर्षीय रानिल विक्रमसिंघे को देश के 26वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है. कोलंबो में भारत के उच्चायोग कहा कि वह नई सरकार के साथ काम करने के लिए आशान्वित हैं. इस बीच एक अदालत ने बीते नौ मई को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने वाले महिंदा राजपक्षे, उनके सांसद बेटे नमल राजपक्षे और 15 अन्य लोगों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी.
कोलंबो: श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ करीबी संबंध बनाने को लेकर आशान्वित हैं और उन्होंने देश की आर्थिक सहायता करने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया. श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है. My best wishes to the newly appointed PM of #LKA, @RW_UNP, who stepped up to take on the challenging task of steering our country through a very turbulent time. I look forward to working together with him to make Sri Lanka 🇱🇰 strong again. pic.twitter.com/ysIZGH3wfA High Commission of India hopes for political stability and looks forward to working with the Government of Sri Lanka formed in accordance with democratic processes pursuant to the swearing in of Hon'ble @RW_UNP as the Prime Minister of #SriLanka. (1/2) High Commissioner called on Hon'ble PM @RW_UNP. Conveyed greetings and good wishes. Discussed continued 🇮🇳🇱🇰 cooperation for economic recovery and stability in #SriLanka through democratic processes towards the well being of all the people of 🇱🇰. pic.twitter.com/XJur9hGLtw
रानिल विक्रमसिंघे 45 साल से संसद में हैं. वकील से नेता बने विक्रमसिंघे ने अगस्त 2020 में हुए आम चुनाव में अपनी यूनाइटेड नेशनल पार्टी (यूएनपी) के हारने और एक भी सीट न जीत पाने के लगभग दो साल बाद उल्लेखनीय रूप से वापसी की है. — Gotabaya Rajapaksa (@GotabayaR) May 12, 2022 — India in Sri Lanka (@IndiainSL) May 12, 2022 — India in Sri Lanka (@IndiainSL) May 13, 2022
73 वर्षीय विक्रमसिंघे ने देश की कर्ज से दबी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और राजनीतिक उथल-पुथल को खत्म करने के उद्देश्य से बृहस्पतिवार को श्रीलंका के 26वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली.
श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ करीबी संबंध बनाने को लेकर आशान्वित हैं और उन्होंने देश की आर्थिक सहायता करने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया.