शारदा चिटफंड घोटाले की आरोपी देबयानी मुखर्जी को जमानत, फिर भी जेल में ही रहेंगी, जानें क्यों?
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कलकत्ता हाईकोर्ट ने शनिवार को शारदा चिटफंड घोटाले की सह आरोपी देबयानी मुखर्जी को जमानत दे दी. हालांकि, उनके खिलाफ ओडिशा और झारखंड में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें उन्हें जमानत नहीं मिली है, इसलिए अभी उन्हें महिला सुधार गृह में ही रहना होगा.
शारदा चिटफंड घोटाले की आरोपी देबयानी मुखर्जी को शनिवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने जमानत दे दी. उन्हें इस घोटाले से जुड़े हर मामले में जमानत मिल गई है. इस घोटाले में देबयानी मुखर्जी को शारदा ग्रुप के प्रमोटर सुदीप्त सेन के साथ सह आरोपी बनाया गया था. हालांकि, कलकत्ता हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद देबयानी अभी जेल से रिहा नहीं हो पाएंगे. वो इसलिए क्योंकि उनके खिलाफ इस घोटाले से जुड़े कई केस झारखंड और ओड़िशा में भी दर्ज हैं और उन मामलों में उन्हें जमानत नहीं मिली है. इस लिए उन्हें अभी अलीपुर के महिला सुधार गृह में ही रखा जाएगा.अजित पवार की विधायकों संग बैठक से पहले खबर आई कि बैठक में अजित पवार के कई विधायक नहीं पहुंचे और वह शरद पवार के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में शामिल न होने वाले पांच विधायकों ने अपनी कुछ निजी कारण बताए. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरमा गया. अब अजित पवार ने मीडिया में आकर इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
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