शहबाज के अलावा भी था नवाज शरीफ का एक भाई, करंट लगने से हुई थी मौत, इस्लामिक धर्मप्रचार में गुजारी जिंदगी
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Abbas Sharif Death: वह शुक्रवार का दिन था और अब्बास नमाज पढ़ने से पहले वजू (हाथ-पैर धुलना) कर रहे थे. इसी बीच वो फिसले और पास मौजूद इलेक्ट्रिक हीटर से उन्हें करंट लग गया. उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका. पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने यह भी दावा किया कि अब्बास प्राकृतिक रूप से नहीं हुई बल्कि ये एक मर्डर था. कहा गया कि अब्बास अपने भाइयों के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस करके भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले थे. इससे पहले ही दर्दनाक हादसे में उनकी मौत हो गई.
नई दिल्ली. पाकिस्तान में तमाम जद्दोजहद के बाद नई सरकार बन रही है. शहबाज शरीफ दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालेंगे. हालांकि शहबाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-(नवाज) की तैयारी थी कि नवाज शरीफ को चौथी बार प्रधानमंत्री बनाया जाए. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और शहबाज शरीफ के नाम पर सहयोगी दलों के साथ सहमति बनी. पाकिस्तान की राजनीति में शरीफ परिवार के दोनों भाइयों नवाज और शहबाज के बारे में ज्यादातर हिंदुस्तानी लोग जानते हैं. लेकिन इनके तीसरे भाई के बारे में लोगों के लगभग ना के बराबर मालूम है. दरअसल इस्लामिक धर्म प्रचार में अपना जीवन गुजार देने वाले अब्बास शरीफ अपने दोनों बड़े भाइयों यानी नवाज और शहबाज के दुलारे थे. अब्बास की मौत साल 2013 में हृदयाघात की वजह हुई थी.
भारत के साथ संबंधों में खटास पैदा करना अब मालदीव के लिए आफत का सबब बन रहा है. मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी आई है. इसका सीधा असर इस द्वीपीय देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है. अब वह भारतीय पर्यटकों को लुभाने के लिए भारत के बड़े शहरों में रोड शो करने जा रहा है. इस फैसले का मकसद भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करना है और उनकी मालदीव के प्रति धारणा को बदलना है, जो राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू के सत्ता में आने के बाद सकारात्मक नहीं है.
हत्या की एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुन हर कोई हैरान-परेशान है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो एक 28 वर्षीय शख्स ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी की क्रूरता से चाकू मारकर हत्या कर दी. इसके बाद उसके मृत शरीर को 200 से अधिक टुकड़ों में काट दिया और उन टुकड़ों को अपने दोस्त की मदद से नदी में बहा दिया. इसके लिए उसने अपने दोस्त को 5000 रुपये भी दिए.
द गार्जियन ने भारत और पाकिस्तान के कुछ खुफिया कर्मचारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेटेड किलिंग करवाई. हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे 'झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार'बताया. मंत्रालय ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के पिछले खंडन पर जोर दिया कि अन्य देशों में टारगेटेड किलिंग 'भारत सरकार की नीति के अनुरूप नहीं थीं.'