
विराट कोहली ने जड़ा 83वां शतक... रांची में फिर गरजा किंग का बल्ला, कई रिकॉर्ड ध्वस्त
AajTak
Virat Kohli, IND vs SA 1st ODI: विराट कोहली ने रांची के मैदान पर बल्ले से धूम मचाई. कोहली तीसरी बार इस मैदान पर वनडे इंटरनेशनल में शतक पूरा करने में कामयाब रहे. कोहली ने इस दौरान रोहित शर्मा के साथ शानदार शतकीय साझेदारी की.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ 30 नवंबर (रविवार) को रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में हुए मुकाबले में भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली का बल्ला जमकर बोला है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कोहली ने 7 चौके और पांच छक्के की सहायता से 102 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया. कोहली 38वें ओवर में मार्को जानसेन की 5वीं गेंद पर चौका जड़कर शतकीय आंकड़े तक पहुंचे.
यह भी पढ़ें: रोहित शर्मा ने रचा इतिहास... ODI में बनाया छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड, शाहिद आफरीदी पीछे छूटे
विराट कोहली के वनडे इंटनेशनल करियर ये 52वां शतक रहा. कोहली अब इंटरनेशनल क्रिकेट के सिंगल फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. कोहली ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक अपने नाम किए थे.
किंग कोहली के इंटरनेशनल करियर में शतकों की संख्या 83 हो चुकी है. कोहली ने टेस्ट में 30 और टी20 इंटरनेशनल में 1 शतक जड़ा था. कोहली का पिछला शतक इस साल 23 फरवरी को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी मुकाबले में आया था. तब कोहली ने नाबाद 100 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई थी.
रांची में कोहली का रिकॉर्ड दमदार विराट कोहली का रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स शानदार रिकॉर्ड रहा है. कोहली का इस मैदान पर वनडे इंटरनेशनल में ये तीसरा शतक रहा. कोहली ने इस मैदान पर पांच पारियां खेलीं हैं, जिसमें वो 500 से ज्यादा रन बना चुके हैं. वो तीन शतक के अलावा इस ग्राउंड पर एक अर्धशतकीय इनिंग्स भी खेल चुके हैं.
विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच रांची वनडे में दूसरे विकेट के लिए 136 रनों की साझेदारी हुई. कोहली और रोहित के बीच 20वीं बार वनडे इंटरनेशनल में 100 या उससे ज्यादा की पार्टनरशिप हुई. रोहित शर्मा ने इस मुकाबले में 51 गेंदों पर 57 रन बनाए, जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल रहे.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







