विकास का रोडमैप है तो धर्म की गलियों से यूपी जीतने की कोशिश क्यों?
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सुप्रीम कोर्ट के लोगो में अशोक चक्र बना हुआ है जिसके नीचे संस्कृत का एक श्लोक लिखा हुआ है.- 'यतो धर्मः ततो जय:' यानी जहां धर्म है, वहां जय यानी जीत है. लेकिन उसी धर्म का सही मतलब समझे बिना अपने मतलब से जीत के लिए इस्तेमाल लखनऊ की लड़ाई में हो रहा है. लखनऊ की लड़ाई के आज की कहानी में धर्म के छौंक से सत्ता की दाल को स्वादिष्ट बनाने वाली राजनीति की करेंगे. बीजेपी ने अब से 32 वर्ष पहले पहली बार धर्म को अपने एजेंडे में शामिल किया था, जब 1989 में राम मंदिर निर्माण को पालमपुर के अधिवेशन में अपना एजेंडा बनाया था. अब तो राम मंदिर निर्माण भी शुरु हो चुका है फिर धर्म की राजनीति क्यों? देखिए ये लखनऊ की लड़ाई का ये एपिसोड.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.