
'पाकिस्तान में सब चाहते हैं मोदी चुनाव हार जाएं...', राहुल गांधी, केजरीवाल और ममता को शुभकामनाएं देकर बोले फवाद चौधरी
AajTak
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.
भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पाक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों को पाकिस्तान की समर्थन बताया था. पाक नेता ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी के साथ होनी चाहिए, क्योंकि वो कट्टरपंथियों को हरा सके.
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने कल आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि ये बहुत गंभीर मामला है और इसकी जांच की जरूरत है. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि कुछ चुनिंदा लोगों के ग्रुप को जाहिर तौर पर जो हमारे खिलाफ दुश्मनी रखते हैं, उन्हें पाकिस्तान से समर्थन क्यों मिलता है. वहां से कुछ खास लोगों के लिए समर्थन की आवाजें क्यों उठती हैं.
फवाद हुसैन ने पीएम मोदी के बयान पर बोलते हुए कहा कि कश्मीर हो या बाकी भारत के अंदर मुसलमान हो, इस वक्त, जिस किस्म की कट्टपंथ विचारधारा का सामना कर रहे हैं. ये बहुत जरूरी है कि नरेंद्र मोदी इस आम चुनाव में हारें. और पाकिस्तान में हर व्यक्ति भी यही चाहता है कि नरेंद्र मोदी चुनाव हारें. भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे, जब ये कट्टरपंथ कम होगा. पाकिस्तान के अंदर भी और भारत के अंदर भी.
PM नरेंद्र मोदी का हारना जरूरी: फवाद
उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो (बीजेपी और आरएसएस) पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है. मुसलमानों को लेकर नफरत पैदा कर रहा है. हमारा ये फर्ज है कि हम इस विचारधारा के सर्वेसर्वा को शिकस्त दें. मैं ये समझता हूं कि भारत का वोट बेवकूफ नहीं है.
फवाद के मुताबिक, भारतीय वोटर का फायद इसमें है कि पाकिस्तान से रिश्ते बेहतर हों और भारत एक विकासशील देश के रास्ते पर आगे बढ़े. इसके लिए नरेंद्र मोदी और उनकी विचारधारा का चुनाव हारना बहुत जरूरी है. जो कोई भी उन्हें हराएगा,चाहे वह राहुल हों, केजरीवाल हों, या ममता बनर्जी, हमारी शुभकामनाएं उनके साथ होनी चाहिए जो कट्टरपंथियों को हरा सके.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







