
वंदे मातरम, जिंदाबाद, भारत माता की जय... नरेंद्र मोदी स्टेडियम के संदेश
AajTak
भारत जीत गया. इंग्लैंड हार गया. लेकिन खेल के दौरान जो देखने को मिला, उसके राजनीतिक निहितार्थ भी हैं और लोग अगर उसे राजनीति के चश्मे से देखें तो कहानी खेल के मैदान से बाहर जाती नज़र आएगी.
क्रिकेट भारतीय जनमानस की रगों में हैं. तब भी था जब भारत विश्वकप जीता था और यूपीए के पतन की कहानी शुरू हो गई थी. खेल का रोमांच और जीत का अति-उत्साह जब झंडा पकड़ लेता है तो वो केवल खेल नहीं रह जाता... उसकी सीमारेखा खेल के बाहर राजनीति से जनधारणा तक पैर पसारती है. चुनाव का मौसम हो तो खेल मैदान से बाहर तक गेंद उछाल सकता है. रविवार की शाम भारत का मुकाबला इंग्लैंड की टीम से था. टी-20 के इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करके 164 रन बनाए. भारत ने इस स्कोर का पीछा करते हुए 18वें ओवर में ही इंग्लैंड को हरा दिया. ये मैच अहमदाबाद (मोटेरा) के जिस स्टेडियम में खेला गया उसे अभी 24 फरवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर किया गया है.
संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.








