लेटलतीफी की मार झेल रहा देश, देरी की वजह से 4 लाख करोड़ रुपये ज्यादा का खर्च
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एक सरकारी रिपोर्ट कहती है कि 150 करोड़ से ज्यादा की लागत वाले देश में 12 प्रोजेक्ट अपने तय समय से तेज चल रहे हैं. 559 प्रोजेक्ट अपने तय समय से देर चल रहे हैं जबकि 967 ऐसे भी हैं जिनके पूरा होने की तारीख नहीं पता.
कहते हैं समय से पहले कुछ हासिल नहीं होता, लेकिन अगर समय से पहले या समय पर सरकारी प्रोजेक्ट पूरे हो जाएं तो जनता का लाखों करोड़ रुपये बच सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रक्षा विभाग के नए दफ्तर का उद्घाटन किया, जो 24 महीने की जगह 12 महीने में तैयार हुआ है. लेकिन प्रधानमंत्री की चिंता देश के उन दूसरे सैकड़ों प्रोजेक्ट पर है, जहां लेटलतीफी के कारण जनता का 4 लाख करोड़ रुपये ज्यादा लग रहा है.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.