
रेलवे ट्रैक पर रखे एक फुट लंबे लोहे के टुकड़े से टकराया इंजन, हो सकती थी बड़ी अनहोनी
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महाराष्ट्र के ठाणे जिले में अटगांव और थानसित स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर रखे एक फुट लंबे लोहे के टुकड़े को एक इंजन ने टक्कर मार दी. इस घटना के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने जांच शुरू कर दी है.
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में अटगांव और थानसित स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर रखे एक फुट लंबे लोहे के टुकड़े को एक इंजन ने टक्कर मार दी. इस घटना के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने जांच शुरू कर दी है. मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सोमवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे मध्य रेलवे लाइन पर घटी.
जीआरपी अधिकारी ने बताया, 'ओवरहेड वायर इंजन कसारा स्टेशन की ओर जा रहा था, तभी वह रेलवे ट्रैक पर रखे एक फुट लंबे लोहे के टुकड़े से टकरा गया. अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह शरारत थी या तोड़फोड़ का प्रयास.' उन्होंने कहा कि इससे रेलगाड़ियों को नुकसान पहुंचने के साथ ही बड़ी दुर्घटना हो सकती थी और लोगों की जान को भी खतरा हो सकता था.
पुलिस ने बताया कि एक कांस्टेबल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य) और भारतीय रेलवे अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
पिछले दिनों मिला था सिलेंडर गौरतलब है कि आए दिन ट्रेन को डिरेल कराने की नापाक कोशिश होती रहती है. हाल के दिन में ऐसे मामले बढ़े हैं. पिछले दिनों कानपुर में रेल लाइन पर सिलेंडर मिलने की घटना सामने आई थी. शिवराजपुर इलाके में पांच किलो वाला एक एलपीजी सिलेंडर रेलवे ट्रैक के पास मिला. यह सिलेंडर खाली था और एक बैग में रखा हुआ था. चिंता वाली बात यह है कि इसी इलाके में चार महीने पहले ट्रैक पर सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी. 2024 में आठ सितंबर को शिवराजपुर स्टेशन से करीब एक किलोमीटर पहले एलपीजी का बड़ा सिलेंडर कुछ विस्फोटक पदार्थ के साथ पटरी पर मिला था. इस सिलेंडर से कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की कोशिश की गई थी. हालांकि पांच किलो वाला ये खाली सिलेंडर रात में शिवराजपुर स्टेशन के 100 मीटर के आसपास मिला.

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