
रूस का यूएन में बदला रुख़, लेकिन 'आगे क्या' के लिए निगाहें अब 'विक्ट्री डे' परेड पर
BBC
रूस को उम्मीद रही होगी कि 9 मई को होने वाले इस परेड से पहले वो यूक्रेन को हरा देगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं, ऐसे में अब पुतिन का अगला क़दम क्या होगा, इसे लेकर अटकलों का दौर जारी है.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बाक़ी 14 सदस्यों के साथ रूस ने शुक्रवार को पहली बार सुर में सुर मिलाते हुए 'यूक्रेन की शांति और सुरक्षा बनाए रखने पर गहरी चिंता' ज़ाहिर की है.
साथ ही उसने इस संकट का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रयासों का समर्थन भी किया है.
ऐसा करते हुए रूस ने पहली बार अपना वीटो वापस लेते हुए इस घोषणा के समर्थन में अपना वोट डाला.
इस वजह से सुरक्षा परिषद का ताज़ा बयान आम सहमति से तैयार हुआ है. वैसे इसे नॉर्वे और मेक्सिको ने मिलकर तैयार किया था.
इसमें कहा गया, "सुरक्षा परिषद यूक्रेन की शांति और सुरक्षा बनाए रखने को लेकर गहरी चिंता जताती है. सुरक्षा परिषद याद दिलाना चाहती है कि इसके सभी सदस्यों ने यूएन चार्टर के तहत अपने अंतरराष्ट्रीय झगड़े शांतिपूर्ण तरीक़े से हल करने का ज़िम्मेदारी ली है. सुरक्षा परिषद शांतिपूर्ण हल खोजने की दिशा में यूएन महासचिव के प्रयासों का मजबूती से समर्थन करती है."
