
रायगढ़: संदिग्ध नाव और 3 AK-47 किसकी? देवेंद्र फडणवीस ने बताई 'ऑस्ट्रेलियन बोट' की पूरी कहानी
AajTak
महाराष्ट्र के रायगढ़ में Harihareshwar Beach पर एक संदिग्ध नाव मिली. इसमें तीन AK-47 राइफल भी थीं. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया है कि ये नाव ऑस्ट्रेलिया की है. फिलहाल आतंकी साजिश के एंगल से भी मामले की जांच जारी है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ में हथियारों से भरी नाव मिलने से खलबली मच गई है. नाव में तीन AK-47, गोलियां समेत कुछ विस्फोटक भी मिले हैं. इसको आतंकी साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है. फिलहाल ATS मामले की हर एंगल से जांच कर रही है. इस बीच रायगढ़ में ही एक और लावारिस नाव मिली है, जिसकी जांच भी की जा रही है.
संदिग्ध नाव किसकी है इसपर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कुछ बातें बताई हैं. उन्होंने कहा कि यह नाव ऑस्ट्रेलिया की महिला की है और खराब होने के बाद बहकर भारत के किनारे पर आ गई है. डिप्टी सीएम ने कहा कि फिलहाल किसी आतंकी एंगल की पुष्टि नहीं हुई है.
फिलहाल सरकार ने इस बात का जवाब दे दिया है कि यह नाव किसकी है. लेकिन इसमें हथियार क्यों रखे गए थे? इसका पता लगाया जा रहा है.
देवेंद्र फडणवीस ने बताया- 3 AK47 राइफल मिलीं
मसले पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान आया है. डिप्टी सीएम ने बताया कि 16 मीटर लंबी एक लावारिस नाव मछुआरों को मिली. उनको स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रायगढ़ से मिली संदिग्ध नाव में 3 AK 47 राइफल और बारूद मिला. इनको वाटरप्रूफ बक्से में रखा गया था. फिलहाल ATS और कोस्ट गार्ड मामले की जांच में जुटे हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि इस बोट का नाम लेडी हान है. इसकी मालिक ऑस्ट्रेलिया की महिला है. उसके पति इस बोट के कप्तान है. यह बोट मस्कट (ओमान) से यूरोप की तरफ जा रही थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.






