
राजस्थान: बोरवेल में फंसी बच्ची को बचाने की कोशिशें जारी, कैमरे से रख रहे नजर
AajTak
सोमवार दोपहर तीन साल की चेतना घर के बाहर खेलते-खेलते 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. सूचना मिलते ही सरुंड थाना पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया. बच्ची के रोने और चीखने की आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और देखा कि बच्ची बोरवेल में गिरी हुई है.
राजस्थान के कोटपूतली के पास बड़ीयाली ढाणी गांव स्थित बोरवेल के गड्ढे में गिरी 3 साल की चेतना को निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. करीब 8 घंटे से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन व पुलिस की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं. चेतन को प्लास्टिक की पाइप की मदद से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है.
गड्ढे में डाला गया कैमरा इस दौरान मौके पर पुलिस व जिला प्रशासन सहित सभी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं. इसके अलावा मेडिकल टीम, डॉक्टर सहित अन्य सरकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद हैं. गड्ढे में चेतना की मूवमेंट पर नजर रखने के लिए कैमरा डाला गया है. कैमरे से प्रशासनिक अधिकारी चेतना की मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं. गड्ढे के पास जेसीबी मशीन से एक दूसरा गड्ढा खोदा जा रहा है, साथ ही देसी तकनीक की मदद से भी चेतना को निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
गड्ढे में चेतना के लिए खाद्य सामग्री पानी व अन्य चीज भी प्रशासन की तरफ से पहुंचने की योजना बनाई जा रही है. पल-पल पर प्रशासन के अधिकारी नजर रख रहे हैं.
घर के बाहर खेल रही थी बच्ची बता दें कि सोमवार दोपहर तीन साल की चेतना घर के बाहर खेलते-खेलते 150 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी. सूचना मिलते ही सरुंड थाना पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया. बच्ची के रोने और चीखने की आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और देखा कि बच्ची बोरवेल में गिरी हुई है. इसके बाद परिजनों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी. बताया जा रहा है कि चेतना के पिता भूपेंद्र चौधरी ने दो दिन पहले बोरवेल से प्लास्टिक का पाइप निकाला था, लेकिन बोरवेल को ढकने की जगह खुला छोड़ दिया था.
बच्ची को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी घटना की जानकारी मिलते ही सरुंड थाना पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा. बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है. बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए पाइप डाला गया है और पास में खुदाई कर बच्ची को सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है. रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद ली जा रही है. घटना ने क्षेत्र के लोगों को झकझोर दिया है और प्रशासन ने ऐसे खुले बोरवेल्स को लेकर चेतावनी जारी की है. बच्ची को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.

इंडिगो की फ्लाइट कैंसिलेशन के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली एयरपोर्ट ने हाल ही में एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें बताया गया है कि इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं. यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे घर से निकलने से पहले अपनी बुकिंग और फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक करें ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके. यह कदम यात्रियों की परेशानियों को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में आई भारी अव्यवस्था ने पूरे देश की हवाई यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया. दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, इंदौर, कोच्चि और तिरुवनंतपुरम सहित कई एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी की वजह से हजारों यात्री घंटों फंसे रहे. देर रात दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटीज ने एडवाइजरी जारी की है.

कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने जवाहर भवन में नेहरू सेंटर इंडिया के उद्घाटन समारोह में सत्ताधारी दल पर जोरदार हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि जवाहरलाल नेहरू को कलंकित करने की परियोजना आज की मुख्य रणनीति है. गांधी ने कहा कि इसका मकसद सिर्फ नेहरू को मिटाना नहीं, बल्कि देश की सामाजिक और राजनीतिक नींव को नष्ट करना है.

इंडिगो फ्लाइट्स रद्द होने के बाद रेलवे ने कमान संभाल ली है और अतिरिक्त कोच और स्पेशल ट्रेन सेवाओं का ऐलान किया है. रेलवे ने 37 ट्रेनों में कोच बढ़ा दिए हैं. जबकि कई नई स्पेशल ट्रेनें चलाईं हैं. अहमदाबाद-दिल्ली रूट पर भी यात्रियों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही थीं. पश्चिम रेलवे ने तत्काल प्रभाव से 'ट्रेन ऑन डिमांड' के तहत साबरमती से दिल्ली के लिए सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है.

बंगाल में बाबरी-स्टाइल मस्जिद की नींव रखने का कार्यक्रम आज... RAF-BSF तैनात, 3 लाख लोग जुटने का दावा
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने दावा किया है कि शनिवार को मोरादीघी के पास 25 बीघा क्षेत्र में करीब 3 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. पुलिस, RAF और BSF की तैनाती के बीच प्रशासन ने इलाके को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.







