ये 3 लोग दुनिया में कहीं भी बिना पासपोर्ट कर सकते हैं यात्रा, अमेरिकी राष्ट्रपति तक को नहीं है ऐसी छूट
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G20 में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आ रहे हैं. जैसे ही वो पालम एयरफोर्स स्टेशन पहुंचेंगे, पहले उनका डिप्लोमेटिक पासपोर्ट देखा जाएगा. सबसे ताकतवर देश का लीडर होने के बाद भी उन्हें पासपोर्ट चेक करवाना होता है, वहीं दुनिया में 3 शख्स ऐसे हैं, जिन्हें विदेश यात्रा के लिए वीजा की भी जरूरत नहीं, पासपोर्ट रखना तो दूर की बात.
जी20 समिट में भाग लेने के लिए दुनियाभर से विदेशी मेहमान पहुंच रहे हैं. सभी VVIP गेस्ट हैं, जिनके लिए खास फोर्स तैनात है. इसका काम यही होगा कि लीडर्स को किसी तरह की दिक्कत न हो. एक तरफ तो इतने इंतजाम हैं, दूसरी ओर एक रूल से हरेक गेस्ट, यहां तक कि राष्ट्राध्यक्षों तक को गुजरना होगा. ये है पासपोर्ट चेक करवाना. भले ही सबके पास डिप्लोमेटिक पासपोर्ट है, जिसकी कीमत कुछ और ही है, लेकिन पासपोर्ट जांच बड़े लीडरों के लिए भी जरूरी है.
क्या है डिप्लोमेटिक पासपोर्ट कुछ महीनों पहले राहुल गांधी को अपना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट सरेंडर करना पड़ा था. इसके बाद वे सामान्य पासपोर्ट के साथ अमेरिका यात्रा पर गए. डिप्लोमेटिक यानी राजनयिक पासपोर्ट नेताओं और कुछ अधिकारियों को जारी होते हैं, जो देश के प्रतिनिधि के तौर पर बाहर जाते हैं. इसका रंग कत्थई होता है, और एक्सपायर होने का समय 5 साल होता है. नॉर्मल पासपोर्ट में ये 10 साल होता है.
क्या फायदे हैं इसके इस पासपोर्टधारी को कई इंटरनेशनल सुविधाएं मिलती हैं, जैसे होस्ट देश में उनकी गिरफ्तारी या कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती. कोई भी खतरा आने पर उन्हें सबसे पहले सुरक्षित देश से निकाला जाता है. इसमें उन्हें विदेशों में एम्बेंसी से लेकर यात्रा के दौरान कई सुविधाएं मिलती हैं. वीजा की जरूरत नहीं होती. इसके अलावा इमिग्रेशन या किसी भी औपचारिकता के लिए लाइन में खड़ा नहीं होना होता.
कितना अलग है बाइडेन का पासपोर्ट अमेरिकी राष्ट्रपति, उनके परिवार और हाई रैंकिंग अधिकारियों को काले रंग का पासपोर्ट इश्यू होता है. इसके लिए उन्हें कोई फीस नहीं देनी पड़ती है. वहीं सामान्य पासपोर्ट नीले रंग का होता है. इसके अलावा भी यूएस में 3 अलग रंगों के पासपोर्ट होते हैं, जिनका मकसद अलग-अलग होता है.
क्या राष्ट्रपति खुद अपना पासपोर्ट और कागजात संभालेंगे ये आम लोगों की तरह नहीं है कि हम एक बैग में अपना पासपोर्ट और जरूरी कागज लेकर चलें. इसके लिए राष्ट्रपति के पास अलग पर्सनल होते हैं, जिनका काम जरूरी दस्तावेजों को प्रेसिडेंट के साथ लेकर जाना है. जैसे ही बाइडेन फ्लाइट से उतरेंगे, यही लोग उनका पासपोर्ट चेक करवाएंगे, जबकि बाइडन खुद सुरक्षा इंतजामों में चले जाएंगे. वापसी के दौरान भी यही प्रोसेस होगी. भले ही ये महज औपचारिकता है, लेकिन जांच पूरी होती है.