
मोदी सरकार के इस फैसले की कई देश कर रहे आलोचना, साथ आया दक्षिण कोरिया
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दक्षिण कोरिया ने भारत के गेहूं निर्यात पर बैन के फैसले का समर्थन किया. भारत में कोरिया के राजदूत का कहना है कि भारत ने अपने घरेलू बाजार में स्थिरता लाने के लिए यह कदम उठाया है. हम भारत के इस फैसले का सम्मान करते हैं.
रूस, यूक्रेन युद्ध से उपजे गेहूं संकट के बीच इसके निर्यात पर प्रतिबंध के भारत के फैसले का दक्षिण कोरिया ने समर्थन किया है.
भारत को ऐसे समय में कोरिया का समर्थन मिला है, जब कई बड़े देश और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भारत पर बैन हटाने का दबाव डाल रही हैं.
भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चेंग जे-बोक ने भारत के फैसले का समर्थन करते हुए उम्मीद जताई है कि दोनों एशियाई देश 2030 से पहले पचास अरब डॉलर के कारोबार के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे.
दरअसल चेंग से पूछा गया था कि भारत के गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध का कोरिया पर क्या असर होगा?
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, सैद्धांतिक रूप से मैं भारत सरकार के इस फैसले का सम्मान करता हूं क्योंकि यह भारत के घरेलू बाजार की स्थिरता से जुड़ा हुआ है.
उन्होंने कहा, भारत सिर्फ राजनीति के संदर्भ में ही वैश्विक शक्ति नहीं है बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था के मामले में भी ग्लोबल पावर है. भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य को प्रभावित करते हैं.

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