
माता-पिता ने नहीं दिया मोबाइल तो 9वीं के छात्र और 12वीं की छात्रा ने किया सुसाइड, एक ही दिन में दो घटनाएं
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माता-पिता ने अपने बच्चों को मोबाइल फोन देने से इनकार कर दिया तो दो छात्रों ने गुस्से में आकर सुसाइड कर लिया. यह दोनों घटनाएं एक ही दिन में गुजरात में सामने आईं हैं. बताया जा रहा है कि पहली घटना सूरत की है, यहां 9वीं के छात्र ने फांसी लगा ली. वहींं राजकोट में 12 वीं की छात्रा ने सुसाइड कर लिया.
अगर आपका बच्चा मोबाइल फोन का आदी है तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. गुजरात में दो अलग-अलग घटनाओं में माता-पिता ने बच्चों को मोबाइल फोन नहीं दिया तो नाराज छात्रों ने सुसाइड कर लिया. बताया जा रहा है कि माता-पिता ने मोबाइल फोन देने से मना कर दिया था. जिसके बाद सूरत में कक्षा 9 के छात्र ने और राजकोट के गांव में 12वीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली.
जानकारी के अनुसार, पहली घटना सूरत के वराछा इलाके की है. यहां कक्षा 9 के छात्र ने एक महीने पहले अपने माता-पिता से मोबाइल फोन की मांग की थी. पिता ने परीक्षा के बाद फोन दिलाने की बात कही, जबकि बच्चे की जिद थी कि उसे तुरंत मोबाइल दिलाया जाए. जब उसे मोबाइल नहीं दिलाया गया तो गुस्से में आकर उसने पंखे से लटककर सुसाइड कर लिया.
दूसरी घटना राजकोट के गांव की है. यहां 12वीं कक्षा की छात्रा को उसके पिता ने स्कूल में मोबाइल फोन ले जाने से रोक दिया था. इस बात को लेकर पिता-पुत्री में कहासुनी हो गई. पिता ने जब फोन नहीं दिया छात्रा ने नाराज होकर जहरीली चीज खाकर आत्महत्या कर ली. दोनों घटनाओं की जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. दोनों घटनाओं में पुलिस ने एडीआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस अधिकारी बोले- बच्चे के लिए काउंसलिंग और फील्ड एक्टिविटीज ज्यादा जरूरी
इस मामले को लेकर विशेषज्ञों और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल फोन के आदी बच्चों की काउंसलिंग जरूरी है. इसके साथ ही बच्चों को फील्ड एक्टिविटीज ज्यादा करने की जरूरत है.
आजकल छोटे बच्चे मोबाइल फोन के आदी होते जा रहे हैं. उन्हें मोबाइल से दूर रखना अभिभावकों के लिए एक चुनौती है. ऐसे ही माहौल के बीच गुजरात में दो जगहों पर दुखद घटनाएं हो गईं. यहां एक ही दिन में दो स्थानों पर माता-पिता ने बच्चों को मोबाइल नहीं दिया तो गुस्से में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली.

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