मध्य प्रदेश के शहडोल मेडिकल कॉलेज में हुई ऑक्सीजन की किल्लत, अब तक 6 मरीजों ने तोड़ दिया दम
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शहडोल मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने भी ऑक्सीजन की कमी से हुई इन 6 मौतों की पुष्टि कर दी है,
एक तरफ देश में कोरोना का प्रकोप जारी है, दूसरी तरफ देश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एकदम लचर हो चुकी हैं. कहीं अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल रहे तो कहीं ऑक्सीजन खत्म हो जा रही है जिसके कारण निर्दोष नागरिकों की जानें जा रही हैं. नया मामला शहडोल-मेडिकल कालेज का है जहां ऑक्सीजन की कमी हो गई है, देर रात लिक्विड ऑक्सीजन टैंक में ऑक्सीजन की कमी के चलते अब तक 6 मरीजों की मौत हो गई है. मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने भी ऑक्सीजन की कमी से हुई इन 6 मौतों की पुष्टि कर दी है, डीन ने बताया है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते अब सिर्फ अति गंभीर मरीजों को ही ऑक्सीजन दी जा रही है. पटना में नालंदा मेडिकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन की भारी किल्लत रही. मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर इतना तक कहा कि उन्हें पदभार मुक्त कर दिया जाए. डॉक्टर विनोद ने अपने पत्र में लिखा है कि ऑक्सीजन के अस्पताल में ऑक्सीजन का भारी अभाव है. अगर किसी मरीज को कुछ होता है तो उसके लिए सुप्रिटेंडेंट को जिम्मेदार बना दिया जाता है. इसलिए पदभार मुक्त कर दिया जाए तो वे आजीवन आभारी रहेंगे.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.