मई के अंत तक भारत में 1.4 करोड़ का आंकड़ा पार कर सकता है कोरोना, रिसर्च में दावा
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कोरोना की दूसरी लहर काफी तेजी से बढ़ रही है और हर दिन पिछले दिन के मुकाबले करीब 9 हजार ज्यादा केस दर्ज किए जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को 24 घंटे के अंदर देश में 89,129 नए केस दर्ज किए गए और 714 मौतें हुईं.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर हर दिन नया रिकॉर्ड बना रही है. तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC) के एक अनुमान में कहा गया है कि अगर कोरोना का मौजूदा ट्रेंड जारी रहता है तो मई के अंत तक कोरोना केसों की संख्या 1.4 करोड़ को पार कर सकती है और इस समय एक्टिव केस लोड करीब 3.2 लाख होगा. शोधकर्ताओं का कहना है कि अप्रैल के मध्य का वक्त संक्रमण का पीक हो सकता है जब एक्टिव केस 7.3 लाख तक जा सकते हैं. इस रिसर्च के मुताबिक, बदतर हालात में मई के अंत तक एक्टिव केस की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है. हालांकि, अगर लोगों को वैक्सीन लग जाए और कोरोना नियमों का पालन हो तो इसे रोका जा सकता है. IISC के प्रोफेसर शशिकुमार और दीपक का ये अनुमान कोरोना के मौजूदा ट्रेंड पर आधारित है. अनुमान के मुताबिक, अकेले कर्नाटक में अप्रैल के अंत तक केसों की संख्या 10.7 लाख तक पहुंच सकती है.जर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. दोनों पक्षों की तरफ से अपनी-अपनी दलीलें दी गईं. लंबी-चौड़ी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक SIT हिरासत में भेज दिया है.
असम में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण 9 जिलों में बाढ़ की स्थिति से दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान में कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई है. वहीं मणिपुर का राजभवन भी बाढ़ के पानी से लबालब हो चुका है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात रेमल के बाद पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन में जलभराव हो गया है.
बार और रेस्टोरेंट्स की ओर से पेश वकील वीना थडानी ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिकाओं का उल्लेख किया और कहा कि पुणे में हुई घटना के बाद से कुछ दस्तावेज प्रस्तुत न करने जैसे मामूली मुद्दों पर बार और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं. थडानी ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
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