
भ्रष्ट सेना की इंटरनेशनल बेइज्जती से सकते में पाकिस्तान, ISPR के जरिए कर रहा है इमेज मेकवर की कवायद
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पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने कथित तौर पर संबंधित हलकों से अपने संस्थान की छवि को सुधारने के बारे में सुझाव मांगे हैं. रिपोर्ट बताती है कि मौजूदा नीति पर फिर से विचार करने और सेना के मीडिया विंग - इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) पर एक नई नीति तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
पाकिस्तानी सेना में भ्रष्टाचार और राजनीति में इसके हस्तक्षेप की हालिया रिपोर्टों से परेशान वरिष्ठ सैन्य कर्मी सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के माध्यम से इसकी छवि बदलने की कवायद कर रहे हैं. पाकिस्तान के दैनिक बिजनेस रिकॉर्डर ने विश्वसनीय सूत्र के हवाले से बताया, 29 नवंबर को कमान बदलने के बाद अब पूरा ध्यान देश में सेना के छवि निर्माण और बढ़ती आतंकवाद संबंधी घटनाओं से निपटने पर है.
सेना की छवि सुधारने को नई नीति तैयार
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने कथित तौर पर संबंधित हलकों से अपने संस्थान की छवि को सुधारने के बारे में सुझाव मांगे हैं. रिपोर्ट बताती है कि मौजूदा नीति पर फिर से विचार करने और सेना के मीडिया विंग - इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) पर एक नई नीति तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं. बता दें कि नवंबर में पाकिस्तान में एक बड़ा सैन्य परिवर्तन हुआ, देश के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने जनरल असीम मुनीर को देश की शक्तिशाली सेना के नए प्रमुख के रूप में नियुक्त किया.
पाकिस्तानी समाचार पोर्टल ने किए थे बड़े खुलासे
हाल के खुलासे पाकिस्तानी सेना के भीतर भ्रष्टाचार की खबरों को मजबूत करते हैं. दरअसल, पिछले महीने पाकिस्तानी समाचार पोर्टल फैक्टफोकस ने जनरल कमर जावेद बाजवा के परिवार के सदस्यों द्वारा उनके विस्तारित छह साल के कार्यकाल के दौरान लगभग $56 मिलियन की संपत्ति और संपत्ति के संचय के बारे में एक स्टोरी पब्लिश की थी. रिपोर्ट में बाजवा की पत्नी आयशा अमजद और बहू महनूर साबिर के सौदे भी शामिल थे.
'भ्रष्ट तरीके से काम करती है पाकिस्तानी सेना' पाकिस्तानी सेना में भ्रष्टाचार के बारे में एक और खुलासा एशियन लाइट इंटरनेशनल के जरिए से हुआ था. रिपोर्ट में हाइलाइट किया गया था कि भले ही पाकिस्तान के वरिष्ठ जनरलों और अधिकारियों को मोटी तनख्वाह और अन्य भत्ते मिलते हों लेकिन इसको बावजूद भी वे भ्रष्ट तरीके से काम करते हैं.

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