
भारत से झगड़ा मोल लेकर बुरा फंसा मालदीव! अब श्रीलंका से मांग रहा ऐसी मदद
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मालदीव के लोगों के लिए भारत एक पसंदीदा मेडिकल डेस्टिनेशन रहा है. द्वीप देश के लोग आपात चिकित्सा स्थिति में भारत आते हैं लेकिन अब भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच मालदीव की सरकार श्रीलंका की तरफ मुड़ रही है. मालदीव की सरकार आपात चिकित्सा निकासी के लिए श्रीलंका से बात कर रही है.
भारत से विवाद के कारण मालदीव के पर्यटन को तो भारी नुकसान हुआ है ही, साथ ही चिकित्सा क्षेत्र में भी उसे बड़ा झटका लगा है. मालदीव के लोग इलाज के लिए भारी संख्या में भारत आते थे लेकिन भारत के साथ राजनयिक विवाद के बाद अब मालदीव ने श्रीलंका से मदद मांगी है. मालदीव के परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री मोहम्मद अमीन इसी संबंध में मंगलवार को अपने श्रीलंकाई समकक्ष निमल सिरिपाला डी सिल्वा से मिले हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में मालदीव के मंत्री ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात मंगलवार को हुई. उन्होंने लिखा, 'श्रीलंका मालदीव को चिकित्सा निकासी में मदद करने के लिए सहमत हो गया है.' यानी अगर मालदीव में किसी को आपात चिकित्सा की जरूरत पड़ती है तो उसे तत्काल एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए श्रीलंका लाया जा सकेगा.
मोहम्मद अमीन ने लिखा, 'हम मालदीव और श्रीलंका के बीच तत्काल जरूरतों, खासकर चिकित्सा निकासी फ्लाइट्स की तत्काल मंजूरी के लिए एक रूपरेखा बनाने पर सहमत हुए हैं.' श्रीलंका के परिवहन और नागरिक उडड्यन मंत्री डी सिल्वा ने इस संबंध में द हिंदू से बात करते हुए बुधवार को कहा, 'मालदीव इस काम के लिए अपने एयर एंबुलेंस का ही इस्तेमाल करेगा... हम इस काम में मालदीव की मदद करेंगे और श्रीलंका में आपात चिकित्सकीय इलाज की खातिर आने वाले लोगों के लिए प्रक्रिया को आसान बनाएंगे.'
भारत और श्रीलंका मालदीव के सबसे करीबी पड़ोसियों में से एक हैं. मालदीव और श्रीलंका के बीच करीबी रिश्ते रहे हैं और भारत के साथ मालदीव के तनाव ने मालदीव को श्रीलंका के और करीब आने के लिए मजबूर किया है.
मालदीव का श्रीलंका के साथ मेडिकल क्षेत्र में सहयोग को आगे ले जाने की खबर ऐसे वक्त में आई है जब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपने देश की चिकित्सकीय जरूरतों में विविधता लाने की कोशिश कर रहे हैं. मालदीव के बहुत से लोग सस्ते और अच्छे इलाज के लिए भारत आते हैं और भारत से चल रहे तनाव को देखते हुए मुइज्जू इसमें विविधता लाना चाहते हैं. इसे देखते हुए पिछले साल दिसंबर के महीने में मुइज्जू सरकार ने एयर एंबुलेंस सेवा की घोषणा की थी.
एयर एंबुलेंस सेवा मार्च 2024 की शुरुआत से काम करने लगेगा और इसके जरिए लोगों को इलाज के लिए थाइलैंड तक ले जाया जा सकेगा.

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