
भारत विरोधी बयान पड़ा भारी, ब्रिटिश गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को छोड़नी पड़ी कुर्सी, कहा- गलती हो गई
AajTak
भारतीयों को नीचा दिखाने वाली ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने लिज ट्रस की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि मैंने गलती की है, इसे स्वीकार करते हुए रिजाइन देती हूं. मुक्त व्यापार पर बात करते हुए ब्रेवरमैन ने भारतीयों को लेकर टिप्पणी की थी.
ब्रिटेन में राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल के बीच गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने इस्तीफा दे दिया है. सुएला ने ये कहते हुए अपना इस्तीफा दिया है कि उन्होंने सरकारी नियमों का उल्लंघन किया है. प्रधानमंत्री लिज ट्रस की कैबिनेट से बीते एक सप्ताह में दूसरे मंत्री ने इस्तीफा दिया है. इससे पहले लिज ट्रस ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था. 42 वर्षीय सुएला ब्रेवरमैन ने अपना इस्तीफा ट्वीट भी किया है.
ब्रेवरमैन ने अपने पत्र में 'विश्वसनीय संसदीय सहयोगी' को भेजे गए ईमेल को नियमों का उल्लंघन बताया है. उन्होंने कहा कि प्रवास के दौरान एक लिखित मंत्रिस्तरीय बयान का मसौदा उन्होंने प्रकाशन के लिए भेजा था. ब्रेवरमैन ने पीएम ट्रस को लिखा कि इसमें से बहुत कुछ सांसदों को बताया गया था, लेकिन फिर भी मेरे लिए जाना सही है.
सुएला ने इस्तीफे में कहा कि उन्होंने अपनी गलती का एहसास होते ही आधिकारिक चैनलों पर मामले की सूचना दी. उन्होंने लिखा कि मैंने गलती की है. मैं जिम्मेदारी स्वीकार करती हूं और इस्तीफा देती हूं. ब्रेवरमैन ने कहा कि प्रधानमंत्री ट्रस देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं. इसीलिए उन्होंने टैक्स कटौती का फैसला वापस लिया था. ब्रेवरमैन ने कहा कि उन्हें सरकार के निर्देश पर संदेह था.
उन्होंने कहा कि हमने न केवल अपने वोटर्स से किए गए प्रमुख वादों को तोड़ा है बल्कि घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के लिए इस सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में मुझे गंभीर चिंता है, जिनमें प्रवासियों की संख्या कम करना और अवैध प्रवास को रोकना. इस महीने की शुरुआत में ही सुएला ब्रेवरमैन ने कहा था कि भारत के साथ एक व्यापार समझौते से यूनाइटेड किंगडम में प्रवासियों की संख्या में वृद्धि होगी. उनकी टिप्पणी उस समय आई थी, जबकि भारत और ब्रिटेन एक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे थे.
गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने क्या कहा था?
भारतीय मूल की ब्रिटिश गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने मुक्त व्यापार समझौते का विरोध करते हुए कहा था कि इससे ब्रिटेन में भारतीय प्रवासियों की भीड़ बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा था कि कई भारतीय प्रवासी वीजा की अवधि समाप्त हो जाने के बाद भी ब्रिटेन में ही रहते हैं. उन्होंने कहा था कि ब्रिटिश लोगों ने ब्रेग्जिट से हटने के लिए इसलिए वोट नहीं दिया था कि भारतीयों के लिए ब्रिटेन की सीमा इस तरह से खोल दिया जाए. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें ब्रिटिश साम्राज्य पर गर्व है और वह उसकी संतान हैं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







