
भारत ने हमेशा सबको शरण दी, फिर नास्तिकों को क्यों नहीं? तस्लीमा नसरीन का ट्वीट वायरल
AajTak
लेखिका तसलीमा नसरीन ने ट्वीट कर कहा कि जिन देशों में नास्तिकों और फ्री थिंकर्स की जिंदगी खतरे में है, वहां से उन्हें सुरक्षित जगहों पर शरण दी जानी चाहिए. उन्होंने लिखा कि इंसान के सोचने और सवाल उठाने के अधिकार को अपराध मानना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. तसलीमा का ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और कई लोग इसे आजादी-ए-इजहार की लड़ाई से जोड़कर देख रहे हैं.
बांग्लादेश की मशहूर लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता तस्लीमा नसरीन ने नास्तिकों को लेकर एक गंभीर मुद्दा उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंदू, बौद्ध, ईसाई तो अत्याचार झेलते ही हैं, लेकिन सबसे बुरा हाल उन लोगों का है जो धर्म पर सवाल उठाते हैं, इस्लाम की आलोचना करते हैं या नास्तिक (atheist) हैं.
तस्लीमा का बड़ा आरोप
नसरीन ने ट्वीट में लिखा कि नास्तिक और फ्री-थिंकर्स पर इस्लामी कट्टरपंथियों और जिहादियों का सीधा हमला होता है. कई को खुलेआम दिनदहाड़े मौत के घाट उतारा गया. कई लोग छिपकर या चुप रहकर जीने को मजबूर हैं. कई तो जान बचाने के लिए देश छोड़कर भागे. उनके मुताबिक ऐसे अधिकतर लोग मुस्लिम परिवारों में पैदा हुए लेकिन इस्लाम की आलोचना इसलिए करते हैं ताकि समाज को अंधविश्वास और कट्टरता से बचा सकें.
भारत क्यों नहीं दे रहा शरण?
तस्लीमा का कहना है कि इनमें से कई लोग भारत आए लेकिन यहां भी उन्हें स्थायी आश्रय नहीं मिला. मजबूर होकर कुछ लोग नेपाल चले गए पर वहां भी न तो नागरिकता मिली और न काम करने का हक. नसरीन ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि भारत ने हमेशा किसी न किसी को शरण दी है, पारसियों को, यहूदियों को, दलाई लामा और उनके अनुयायियों को शरण दी है. आज भी यहां 40 हजार रोहिंग्या और पाकिस्तान-अफगानिस्तान से आए मुसलमान रह रहे हैं तो फिर बांग्लादेश के नास्तिक विचारकों के लिए दरवाजे क्यों बंद हैं?
भारत की परंपरा का हवाला

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







