
भारतीय मिसाइलों से बचने के लिए ईरान जाकर छिपे थे PAK वॉरशिप... ऑपरेशन सिंदूर की Exclusive सैटेलाइट तस्वीरें
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'ऑपरेशन सिंदूर' की अनदेखी तस्वीरें भारत की सैन्य सफलता और पाकिस्तान की हार की कहानी बयान करती हैं. कराची में जंगी जहाजों का व्यवसायिक टर्मिनलों पर ठहराव और ईरान की सीमा के पास शरण लेना इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान ने संघर्ष में हार मान ली थी. ये तस्वीरें न सिर्फ इतिहास का हिस्सा हैं, बल्कि भारत की रक्षा तैयारियों को मजबूत करने का संदेश भी देती हैं.
'ऑपरेशन सिंदूर' की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो पहले कभी नहीं दिखाई गईं. ये तस्वीरें पाकिस्तान की सेना की हार और उनके पीछे हटने की सच्चाई को बयान करती हैं. पहली बार मिले ये चित्र इस बात के गवाह हैं कि संघर्ष के चरम पर पाकिस्तान ने कैसे घुटने टेके.
ऑपरेशन सिंदूर क्या था?
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत और पाकिस्तान के बीच हुए एक सैन्य टकराव का नाम है, जिसने हाल के दिनों में सुर्खियां बटोरीं. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने अपनी रणनीति और ताकत का परिचय दिया, जिसके कारण पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा. अब तक ये जानकारी गोपनीय थी, लेकिन अब सामने आई तस्वीरें इस ऑपरेशन की सफलता और पाकिस्तान की कमजोरी को उजागर कर रही हैं.
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अनदेखी तस्वीरें क्या दिखाती हैं?

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.










