
बोगोटा, अमेरिका से बहरीन तक... भारत की 7 संसदीय टीमों के ग्लोबल मिशन का गेन क्या रहा? 10 points में समझें
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आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को धार देने और वैश्विक समुदाय को अपने रुख के बारे में बताने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अलग-अलग देशों की यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान भारत को तमाम देशों से समर्थन हासिल हुआ है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का भरोसा भी मिला है.
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले और उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत की जवाबी कार्रवाई दुनिया ने देखी. इसके बाद भारत ने आतंक परस्त मुल्क पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए 32 देशों में सात अलग-अलग सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे. इन डेलिगेशन में सांसद, पूर्व मंत्री और पूर्व राजदूत शामिल हैं, जो बोगोटा, अमेरिका से लेकर बहरीन तक की यात्री कर पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने ला रहे हैं. इस मिशन ने भारत का संदेश वैश्विक मंच तक पहुंचाया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया है.
भारत का यह ग्लोबल मिशन अब तक काफी सफल रहा है. इसके जरिए न सिर्फ भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपना रुख दुनिया के सामने रखा है बल्कि वैश्विक समर्थन भी जुटाया है. देश के वरिष्ठ सांसदों ने अलग-अलग देशों में जाकर कूटनीतिक डायलॉग, प्रेस कॉन्फ्रेंस और बैठकों के जरिए पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया को दिखा दिया है और भारत के आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन सिंदूर को वैश्विक पहचान दिलाई है.
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलरेंस
सबसे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग देशों की यात्रा कर यह साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलरेंस की पॉलिसी पर आगे बढ़ चुका है. इसका मतलब है कि पाकिस्तान आतंकवाद का नकाब पहनकर जो प्रॉक्सी वॉर लड़ता है, उसे अब जंग ही माना जाएगा और भारत इसका जवाब उसी तरीके से देगा. भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी अड्डों को तबाह कर यह मैसेज दे भी दिया है. साथ ही आगे के लिए पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
पाक से सिर्फ PoK पर बात
पाकिस्तान आए दिन कश्मीर का मुद्दा लेकर वैश्विक मंचों पर ले जाता रहा है. लेकिन भारत ने अपना स्टैंड एकदम साफ करते हुए कहा है कि पाकिस्तान से अब सिर्फ पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुद्दे पर बात होगी और कश्मीर बातचीत का मुद्दा ही नहीं है. मलेशिया गए डेलिगेशन का हिस्सा रहे टीएमसी के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कुआलालंपुर में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ अगली वार्ता सिर्फ पीओके को वापस हासिल करने पर होनी चाहिए.

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