बिहार: BJP-JDU में खटपट के बीच एक्टिव हुए चिराग पासवान, नीतीश कुमार के खिलाफ खोला मोर्चा
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चिराग पासवान पहले ही कह चुके हैं कि वो पीएम मोदी के हनुमान हैं. सवाल उठता है कि यदि बिहार में जदयू ने अपना पाला बदला तो मुकेस सहनी से दूर जा चुकी बीजेपी के पास क्या सिर्फ चिराग पासवान ही बचेंगे? हाल में चिराग की केंद्र से दूरी जगजाहिर है. लेकिन ये भी तय है कि चिराग की आज भी पीएम मोदी में आस्था है.
बिहार की राजनीति की राह अब रपटीली हो गई है. कयासबाजी के साथ सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. राजद, कांग्रेस और जदयू में हलचल तेज है. कमोबेश सभी नेता मीडिया में छाए हुए हैं. सभी बयान दे रहे हैं. इस बीच चिराग पासवान चट्टान की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के साथ खड़े हो गए हैं. चिराग पासवान ने सोशल मीडिया के जरिए जहां सीएम नीतीश पर हमला बोला है. वहीं कई सियासी नसीहत भी दे डाली हैं.
बता दें कि चिराग पासवान पहले ही कह चुके हैं कि वो पीएम मोदी के हनुमान हैं. सवाल उठता है कि यदि बिहार में जदयू ने अपना पाला बदला तो मुकेश सहनी से दूर जा चुकी बीजेपी के पास क्या सिर्फ चिराग पासवान ही बचेंगे? सियासी जानकारों की मानें तो पीएम मोदी और बीजेपी के पास बिहार में राजनीतिक दल और किसी नेता के समर्थन की बात करें तो सिर्फ चिराग पासवान ही बचेंगे.
मुझे सत्ता का लोभ नहीं: चिराग
हाल में चिराग की केंद्र से दूरी जगजाहिर है. लेकिन ये भी तय है कि चिराग की आज भी पीएम मोदी में आस्था है. चिराग पासवान ने कहा है कि 2020 में विधानसभा चुनाव में एनडीए के साथ रहकर 15 सीटों पर लड़ता तो बिहार में आज मेरे मंत्री रहते और मैं केंद्र सरकार में मंत्री रहता, लेकिन मुझे सत्ता का लोभ नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट अपने विजन डॉक्यूमेंट के सहारे अकेले विधानसभा का चुनाव लड़ा था. ना एनडीए में हैं, ना महागठबंधन में हैं.
मोदी से आज भी मेरे व्यक्तिगत संबंध
चिराग ने आगे कहा कि महागठबंधन में सीएम की कुर्सी फाइनल हो जाए तो नीतीश तुरंत पलटी मार जाएंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से मेरे व्यक्तिगत संबंध आज भी अच्छे हैं, लेकिन इस व्यक्तिगत संबंध को राजनीतिक संबंध के तौर पर ना देखा जाए. मीडिया से बातचीत में चिराग जदयू के अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन सिंह) पर भी जमकर बरसे.
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