बिहार के लड़के से जर्मन लड़की को हुआ प्यार, मैथिल रीति-रिवाज से की शादी
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बिहार में हुई एक शादी काफी चर्चा में है. बिहार के सहरसा के रहनेवाले चैतन्य अपने घर एक जर्मन बहू ले आए हैं. कपल की पहली मुलाकात जर्मनी में हुई थी. दोनों ही तब जर्मनी के एक कॉलेज में पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. यहीं पढ़ाई के दौरान ही दोनों को प्यार हो गया.
जर्मनी की एक लड़की को बिहार के एक लड़के से प्यार हो गया. फिर दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया. लड़की ने लड़के के सामने शादी का प्रस्ताव रखा. लड़के के परिवारवाले भी शादी के लिए मान गए. इसके बाद तारीख पक्की हुई. शादी के लिए लड़की बिहार पहुंची और फिर मिथिला परंपरा से दोनों ने शादी कर ली. शादी के लिए जर्मन लड़की की मां, बहन और एक रिश्तेदार भी बिहार पहुंचे थे.
सहरसा के पटुआहा गांव के रहनेवाले चैतन्य झा और जर्मनी की मार्था की पहली मुलाकात जर्मनी में हुई थी. चैतन्य जर्मनी में पढ़ने गए थे. दोनों पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. हालांकि, चैतन्य की शुरुआती पढ़ाई सहरसा से ही हुई थी.
पीएचडी की पढ़ाई के दौरान मिला कपल
चैतन्य के परिवारवालों ने बताया कि भतीजे की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई सहरसा में ही हुई. बीटेक करने के लिए वह शिलॉन्ग चले गए. इसके बाद बेल्जियम से मास्टर की डिग्री हासिल की. फिर पीएचडी करने वह जर्मनी चले गए. इसी दौरान मार्था और चैतन्य मिले और दोनों को धीरे-धीरे प्यार हो गया.
8 भाषाओं की जानकार हैं मार्था मार्था हिंदी बोलना नहीं जानती, फिर भी मिथिला रीति रिवाज से शादी को तैयार हो गईं. और यहां के परंपरा के अनुसार ही शादी की. चैतन्य के परिवार वालों ने बताया कि मार्था ने कहा है कि वह दो-तीन महीने में हिंदी भी सीख जाएंगी. शादी के समय दुल्हन ने वादा किया कि वह दो से तीन महीने में हिंदी सीख लेगी. युवती को अंग्रेजी, जर्मनी समेत 8 भाषाएं आती हैं.
जब दोनों ने अपने परिवार वालों को इस बारे में बताया तो दोनों के परिजन ने शादी की रजामंदी दे दी. बता दें कि मार्था पोलैंड की रहने वाली ओरलोवास्का की बेटी है. अब बिहार के लड़के के जर्मन बहू लाने के चर्चे चारों तरफ हो रहे हैं.
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